क्या हम मुकाबला कर लेंगे? अमेरिका द्वारा 25 फीसदी टैरिफ लगाए जाने पर जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार का बयान
 
                                सारांश
Key Takeaways
- भारत ने हर चुनौती का सामना करने की क्षमता रखता है।
- राजद को घोटालों पर बात नहीं करनी चाहिए।
- महिला सशक्तिकरण पर ध्यान आवश्यक है।
- फ्रीलांसर की भूमिका को समझना जरूरी है।
- समाजवादी पार्टी के अंदरखाने की राजनीति पर ध्यान देने की आवश्यकता।
पटना, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने अमेरिका द्वारा 25 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के विषय में कहा कि हिंदुस्तान एक ऐसा देश है, जहाँ 140 करोड़ लोगों का पुरुषार्थ है। हम सैन्य बल में भी आगे हैं और गुटनिरपेक्ष आंदोलन में हमारी भूमिका प्रमुख रही है। ऐसे मुद्दों का हम निश्चित रूप से सामना कर लेंगे, इसलिए हमें घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में राजद कार्यालय के बाहर लगे घोटाले के पोस्टर के बारे में कहा कि राष्ट्रीय जनता दल किस मुंह से घोटालों की चर्चा कर रही है? यह पार्टी घोटालों पर बात ना करे, तो बेहतर रहेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाए जाने पर तेजस्वी यादव ने तंज करते हुए कहा था कि यह नकलची सरकार है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने जवाब में कहा कि अगर हमारी सरकार नकलची होती, तो क्या हम भी घपलेबाजी में शामिल नहीं होते?
उन्होंने कहा कि राजद को यह समझना होगा कि आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि केवल वित्तीय लाभ नहीं, बल्कि उनके सम्मान में भी वृद्धि है। नीतीश कुमार को पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने कहा था कि वे महिला सशक्तिकरण की आदर्श उदाहरण हैं।
इसके साथ ही, तेजप्रताप यादव के समाजवादी पार्टी कार्यालय में जाने पर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि वे फ्रीलांसर हैं। उन्हें अभी तक राष्ट्रीय जनता दल से निष्कासित नहीं किया गया है। अगर उन्हें पार्टी से बाहर किया गया है, तो विधानसभा में उनके लिए सीट कैसे आरक्षित की गई थी? तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव से ज्यादा योग्य हैं।
उन्होंने तेजप्रताप यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि पटना में लालू प्रसाद यादव की संपत्ति में 43 फीसदी हिस्सा उन्हें नहीं देने की बात हो रही है। यह संपत्ति लालू प्रसाद यादव द्वारा अर्जित की गई है। अगर तेजप्रताप यादव को अपना हिस्सा नहीं मिलेगा, तो जाहिर है कि वे राजनीति में फ्रीलांसर की भूमिका निभाएंगे।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            