क्या झारखंड पुलिस ने खूंटी और लातेहार में छह उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है?

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क्या झारखंड पुलिस ने खूंटी और लातेहार में छह उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है?

सारांश

झारखंड पुलिस ने खूंटी और लातेहार में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी पुलिस द्वारा सूचना के आधार पर की गई, जिसमें कई हथियार भी बरामद हुए। क्या यह कार्रवाई राज्य के सुरक्षा बलों की सतर्कता को दर्शाती है?

Key Takeaways

  • खूंटी और लातेहार में छह उग्रवादियों की गिरफ्तारी
  • बरामद हुए हथियार: 7.65 एमएम पिस्तौल, देसी कट्टा
  • गिरफ्तार उग्रवादियों पर 17 मामले दर्ज
  • उग्रवाद के खिलाफ झारखंड पुलिस की सक्रियता
  • स्थानीय सुरक्षा में सुधार की संभावना

रांची, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड पुलिस ने सोमवार को खूंटी और लातेहार जिलों में दो अलग-अलग प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों के कुल छह सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया। खूंटी में पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के चार उग्रवादी दबोचे गए, जबकि लातेहार में झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के दो सक्रिय सदस्य जेल भेजे गए।

खूंटी पुलिस को सूचना मिली थी कि रनिया थाना क्षेत्र के जिबिलोंग टोंगरी के पास पीएलएफआई का हिस्ट्रीशीटर ओझा पाहन उर्फ ओझा तोपनो अपने सहयोगियों के साथ ठेकेदारों व व्यापारियों से रंगदारी वसूलने और दहशत फैलाने की योजना बना रहा है।

सूचना के आधार पर खूंटी के एसपी ने एसडीपीओ तोरपा क्रिस्टोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में विशेष दल का गठन किया, जिसने छापेमारी कर चार उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें ओझा पाहन, जेवियर कोंगाड़ी, संतोष कोंगाड़ी और जिबनुस आईंद उर्फ दढ़ियल शामिल हैं।

इनके पास से एक 7.65 एमएम का लोडेड देसी पिस्तौल, एक देसी कट्टा, जिंदा गोलियां, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और पेट्रोल से भरी दो बोतलें बरामद हुई हैं। पुलिस के अनुसार, 27 मई को इन उग्रवादियों ने सड़क निर्माण में लगे रोड रोलर को आग लगाई थी और 8 अगस्त को रायकेरा गांव में निर्माणाधीन जेसीबी को जलाने का प्रयास किया था।

ओझा पाहन के खिलाफ हत्या, आगजनी, लेवी वसूली और आर्म्स एक्ट से जुड़े गुमला और खूंटी जिलों में कुल 17 मामले दर्ज हैं। इसी तरह, लातेहार जिले में झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के दो सक्रिय उग्रवादियों अमीन अंसारी (30) और कृष्णा साहू उर्फ कृष्णा प्रसाद (30) को गिरफ्तार किया गया है।

लातेहार पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी कि दोनों इलाके में सक्रिय हैं। इसके बाद एसडीपीओ अरविंद कुमार की अगुवाई वाली टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कई घटनाओं में अपनी अंतर्लिप्तता स्वीकार की है।

Point of View

यह देखना आवश्यक है कि झारखंड पुलिस की यह कार्रवाई उग्रवादियों पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे अभियानों से न केवल स्थानीय सुरक्षा में सुधार होता है, बल्कि यह समाज में विश्वास भी बहाल करता है। यह कार्रवाई सुरक्षा बलों की सतर्कता और सक्रियता को दर्शाती है।
NationPress
18/08/2025

Frequently Asked Questions

झारखंड पुलिस ने कितने उग्रवादियों को गिरफ्तार किया?
झारखंड पुलिस ने खूंटी और लातेहार में कुल छह उग्रवादियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार उग्रवादियों के पास क्या हथियार बरामद हुए?
गिरफ्तार उग्रवादियों के पास एक 7.65 एमएम का लोडेड देसी पिस्तौल, एक देसी कट्टा, जिंदा गोलियां, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और पेट्रोल से भरी दो बोतलें बरामद हुई हैं।
पीएलएफआई और जेजेएमपी क्या हैं?
पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) और जेजेएमपी (झारखंड जन मुक्ति परिषद) भारत में सक्रिय प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन हैं।
गिरफ्तार उग्रवादियों पर कितने मामले दर्ज हैं?
गिरफ्तार उग्रवादी ओझा पाहन के खिलाफ गुमला और खूंटी जिलों में कुल 17 मामले दर्ज हैं।
इस कार्रवाई का क्या प्रभाव पड़ेगा?
इस कार्रवाई से राज्य में सुरक्षा की स्थिति में सुधार और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई को बल मिलेगा।