क्या झारखंड में कुख्यात राहुल सिंह गिरोह के शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- कुख्यात राहुल सिंह गैंग के छह शूटर गिरफ्तार किए गए।
- पुलिस ने अपराध योजना को विफल किया।
- गिरफ्तार किए गए अपराधियों के पास हथियार थे।
- पुलिस की तत्परता से बड़ा हादसा टला।
- गिरफ्तार अपराधियों का आपराधिक इतिहास रहा है।
लातेहार, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के लातेहार जिले की पुलिस ने कुख्यात राहुल सिंह गैंग के छह शूटरों को हथियारों के साथ धर दबोचा है। ये आपराधिक तत्व एक बड़ी अपराध घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
कुछ दिन पहले, इन्हीं अपराधियों ने रंगदारी की मांग को लेकर टोरी स्थित रेलवे साइडिंग में वाहनों पर फायरिंग की थी। इनकी संलिप्तता अन्य कई आपराधिक घटनाओं में भी रही है। लातेहार के एसपी कुमार गौरव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार किए गए अपराधियों में लोहरदगा के निवासी मो. शाहिद अंसारी, शमशाद अंसारी, और मो. मोजम्मिल अंसारी, गुमला के निवासी नितेश उरांव, लातेहार के तरुण यादव और मनोज तुरी शामिल हैं। इनसे दो पिस्तौल और छह गोलियां बरामद की गई हैं।
पुलिस ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि राहुल सिंह गैंग के सदस्यों ने चिरो मोड़ स्थित यात्री शेड के पास बैठकर एक बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी। तुरंत एसडीपीओ अरविंद कुमार के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया गया। छापेमारी के दौरान अपराधियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया। गिरफ्तार सभी का आपराधिक इतिहास रहा है।
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि टोरी रेलवे साइडिंग में फायरिंग के बाद भी उन्हें रंगदारी नहीं मिली, इसलिए उन्होंने दूसरी बार हमले की योजना बनाई थी। गिरफ्तार करने वाली टीम में एसडीपीओ अरविंद कुमार, चंदवा थाना प्रभारी रणधीर कुमार, अजीत कुमार, सरोज कुमार सिंह, उपेंद्र कुमार, बाबू ओम, शिव कुमार, राहुल कुमार दुबे और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।