क्या झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देगा?

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क्या झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देगा?

सारांश

झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है। स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने सदन में लोकतंत्र की परंपराओं, रचनात्मक संवाद और सहभागिता पर जोर दिया। यह सत्र कई महत्वपूर्ण चर्चा और निर्णयों का गवाह बनेगा।

Key Takeaways

  • झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 1 अगस्त से शुरू हुआ।
  • स्पीकर ने रचनात्मक संवाद और लोकतंत्र की परंपराओं पर जोर दिया।
  • सत्र में कुल पाँच कार्य दिवस होंगे।
  • 4 अगस्त को अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा।
  • सदन ने दिवंगत विभूतियों को श्रद्धांजलि दी।

रांची, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से आरंभ हुआ। सत्र के पहले दिन स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने सदन को संबोधित करते हुए लोकतंत्र की आदर्श परंपराओं के निर्वाह, सदन में रचनात्मक संवाद और सहभागिता की अहमियत पर जोर दिया।

उन्होंने कहा, “आम जन की आकांक्षाओं की पूर्ति ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। लोकतंत्र तभी सफल होता है, जब हम सभी अपने दायित्वों का समर्पण के साथ निर्वहन करें।” उन्होंने कहा कि संवाद, सहमति और सहभागिता से ही सदन जनता की अपेक्षाओं का प्रतीक बनता है।

महतो ने कहा, “लोकतंत्र केवल बहुमत का शासन नहीं है, बल्कि अल्पमत का सम्मान भी जरूरी है। सदन को स्वस्थ बहस, रचनात्मक आलोचना और विचार-विमर्श का मंच बनना चाहिए।” स्पीकर ने सत्र के कार्यक्रम की आधिकारिक सूचना सदस्यों के साथ साझा की। यह सत्र सात अगस्त तक चलेगा, जिसमें कुल पाँच कार्य दिवस निर्धारित किए गए हैं। 4 अगस्त को वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। 5 अगस्त को प्रश्नकाल के बाद अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी। 6 अगस्त को प्रश्नकाल और राजकीय विधेयकों पर विचार किया जाएगा। 7 अगस्त को प्रश्नकाल के बाद राजकीय विधेयक और गैर सरकारी संकल्पों पर चर्चा होगी।

सत्र के पहले दिन देश-राज्य की कई विभूतियों, पूर्व सांसदों और विधायकों के निधन पर शोक प्रस्ताव लाया गया। सदन ने धनबाद के पूर्व सांसद चंद्रशेखर सिंह, कोडरमा के पूर्व सांसद तिलकधारी सिंह, पूर्व विधायक ओमीलाल आजाद, ज्योतिंद्र प्रसाद, युगल किशोर पांडेय, इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. कस्तूरीरंगन, चिकित्सक डॉ. शोभा चक्रवर्ती और हॉकी कोच प्रतिमा बरवा सहित अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी। अहमदाबाद विमान हादसे में यात्रियों और पहलगाम में आतंकी हमले में पर्यटकों के निधन पर भी शोक व्यक्त किया गया। सदन में दो मिनट का मौन रखकर सभी दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी।

सदन के नेता हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी सहित अन्य ने इन विभूतियों के योगदान की चर्चा की। इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने मानसून सत्र के लिए सभापतियों के नामों की घोषणा की। इनमें स्टीफन मरांडी, सीपी सिंह, निरल पूर्ति, रामचंद्र सिंह और नीरा यादव शामिल हैं। कार्यमंत्रणा समिति की भी घोषणा की गई, जिसमें अध्यक्ष स्वयं स्पीकर होंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राधाकृष्ण किशोर, बाबूलाल मरांडी, सरयू राय, निरल पूर्ति और अरूप चटर्जी को सदस्य बनाया गया है। वहीं, विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में दीपक बिरूआ, मथुरा महतो, सीपी सिंह, स्टीफन मरांडी, प्रदीप यादव, सुरेश पासवान, नवीन जायसवाल, जर्नादन पासवान, बसंत सोरेन, नीरा यादव, कल्पना सोरेन मुर्मू, निर्मल महतो और जयराम महतो को शामिल किया गया है।

Point of View

यह कहना उचित होगा कि झारखंड विधानसभा का यह मानसून सत्र लोकतंत्र की सच्ची परिभाषा को दर्शाता है। संवाद और सहभागिता के माध्यम से जनता की आवाज़ का सम्मान करना, इस सत्र का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए।
NationPress
02/08/2025

Frequently Asked Questions

झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र कब शुरू हुआ?
झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 1 अगस्त को शुरू हुआ।
सत्र में कितने कार्य दिवस होंगे?
इस सत्र में कुल पांच कार्य दिवस होंगे।
सत्र का मुख्य उद्देश्य क्या है?
सत्र का मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र की आदर्श परंपराओं का निर्वाह करना और रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देना है।
इस सत्र में कौन सा बजट पेश किया जाएगा?
4 अगस्त को वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा।
सदन में शोक प्रस्ताव किसके लिए लाया गया?
सदन में कई विभूतियों के निधन पर शोक प्रस्ताव लाया गया।