क्या कांग्रेस के हस्ताक्षर अभियान पर मंत्री जोगराम पटेल का तंज है सही?

सारांश
राजस्थान के मंत्री जोगराम पटेल ने कांग्रेस के हस्ताक्षर अभियान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है और यह अभियान जनता को गुमराह करने का एक प्रयास है। जानिए इस विवाद पर उनकी पूरी राय।
Key Takeaways
- जोगराम पटेल ने कांग्रेस के हस्ताक्षर अभियान की आलोचना की।
- उन्होंने कहा कि यह अभियान जनता को गुमराह करने का प्रयास है।
- विधानसभा में कैमरे की उपस्थिति को उचित बताया गया।
- वक्फ संशोधन अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट का समर्थन बताया गया।
- सस्ती लोकप्रियता की राजनीति पर कड़ी प्रतिक्रिया दी गई।
जयपुर, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान सरकार के विधि और संसदीय कार्य मंत्री जोगराम पटेल ने कांग्रेस के हस्ताक्षर अभियान पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं होता, तो वह ऐसे बेमतलब के अभियानों का सहारा लेती है।
पटेल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में स्पष्ट किया कि जनता को पता है कि सही क्या है और गलत क्या है। उनका कहना था कि कांग्रेस का यह अभियान जनता को गुमराह करने के लिए है, और इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने विधानसभा में लगाए गए कैमरे को उचित बताते हुए कहा कि कांग्रेस अब मुद्दाविहीन हो चुकी है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले पर अपनी राय पहले ही व्यक्त की है। इस प्रकार के आरोप कांग्रेस की चाल, चरित्र और चेहरा को उजागर करते हैं।
उन्होंने कहा कि टीम इंडिया की आंधी में पाकिस्तानी टीम हड़बड़ी में उड़ी। भारतीय टीम के कप्तान सूर्य कुमार यादव को उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस ग्रुप की स्थिति से यह स्पष्ट है कि इनके पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है।
वक्फ बोर्ड के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर उन्होंने कहा कि यह साबित करता है कि संसद द्वारा पारित वक्फ संशोधन अधिनियम को सुप्रीम कोर्ट ने भी समर्थन दिया है।
झालावाड़ मुद्दे पर नरेश मीणा के धरने पर उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा, "सस्ती लोकप्रियता किसी जनप्रिय नेता की पहचान नहीं हो सकती। सरकार ने सभी मांगें पूरी कर दी हैं। हमारे आपदा राहत मंत्री स्वयं पीड़ितों से मिलकर राहत कार्य कर रहे हैं। बेवजह राजनीति करना और सस्ती लोकप्रियता हासिल करना गलत है।"