क्या कांदिवली में बिजनेसमैन अयूब सैयद की हत्या में बेटे और पार्टनर का हाथ था?

सारांश
Key Takeaways
- हत्याकांड में परिवारिक तनाव की भूमिका
- पुलिस की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई
- अपराधी का पुराना रिकॉर्ड
- सुपारी की राशि का खुलासा
मुंबई, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई पुलिस ने कांदिवली चारकोप क्षेत्र में हुए व्यवसायी अयूब सैयद की हत्या का भंडाफोड़ कर दिया है। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि अयूब की हत्या उनके छोटे बेटे हामिद अयूब सैयद (४१) और उनके व्यापारिक सहयोगी शानू मुश्ताक चौधरी (४०) ने की थी। इस मामले में अब तक कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल फरार आरोपी शहनवाज कुरैशी को गोवंडी इलाके से पकड़ा है। शहनवाज का एक आपराधिक इतिहास रहा है और नाबालिग रहते हुए उस पर हत्या का मामला दर्ज हो चुका है।
पुलिस के अनुसार, व्यवसायी अयूब सैयद की हत्या के लिए आरोपियों को लगभग ६.५ लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। एक महीने पहले हामिद और शानू ने मिलकर हत्या की योजना बनाई। बताया जा रहा है कि करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद हामिद पैसों की तंगी से जूझ रहा था। जब भी वह पैसे मांगता, उसके पिता उसे अपमानित करते थे। इसी कारण उसने पिता को रास्ते से हटाने का निर्णय लिया और शानू को इसमें शामिल किया।
हामिद ने शानू से कहा कि यदि अयूब को खत्म कर दिया जाए तो वह व्यापार में हिस्सेदारी देगा।
पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने अयूब सैयद पर ३६ बार चाकू से हमला किया। उनके शरीर को बेरहमी से घायल कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। वारदात के बाद हथियार को छिपाने के लिए आरोपियों ने उसे फैक्ट्री के पानी के टैंक में फेंक दिया था। बाद में पुलिस ने हथियार बरामद कर लिया।
मुंबई पुलिस ने बताया कि इस हत्या कांड में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें मुख्य साजिशकर्ता बेटा हामिद और उसका पार्टनर शानू मुश्ताक चौधरी शामिल हैं। इसके अलावा सुपारी किलर शहनवाज कुरैशी को फरारी के बाद गोवंडी से दबोचा गया।