क्या करण जौहर ने धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि दी?
सारांश
Key Takeaways
- धर्मेंद्र का निधन फिल्म उद्योग के लिए बड़ा नुकसान है।
- करण जौहर ने धर्मेंद्र के योगदान को सराहा।
- धर्मेंद्र की यादगार फिल्में हमेशा याद की जाएंगी।
मुंबई, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड के महान अभिनेता धर्मेंद्र के निधन के बाद फिल्म उद्योग में शोक की लहर छा गई है। हिंदी सिनेमा के ‘ही-मैन’ ने लगभग छह दशकों तक अपनी अदाकारी से दर्शकों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया। इस कठिन समय में, बॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता करण जौहर ने धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर धर्मेंद्र की एक ब्लैक एंड वाइट तस्वीर साझा की और एक भावुक संदेश भी लिखा, जिसमें उन्होंने अभिनेता के व्यक्तित्व, उनके करियर और उनके योगदान की प्रशंसा की।
करण जौहर के इंस्टाग्राम पोस्ट में धर्मेंद्र की तस्वीर के साथ लिखा है, "यह एक युग का अंत है, एक बड़े मेगास्टार, मुख्यधारा के सिनेमा में एक सच्चे हीरो की पहचान, अविश्वसनीय रूप से हैंडसम और स्क्रीन पर रहस्यमयी उपस्थिति। वह हमेशा भारतीय सिनेमा के एक सच्चे दिग्गज रहेंगे। सिनेमा के इतिहास के पन्नों में उनका नाम सदैव चमकता रहेगा। पर सबसे बढ़कर, वह एक बेहतरीन इंसान थे।"
उन्होंने कैप्शन में आगे लिखा, "हमारी इंडस्ट्री में हर कोई उनसे बेहिसाब प्यार करता था। उनके दिल में हर किसी के लिए सिर्फ प्यार और सकारात्मकता थी। उनका आशीर्वाद, अद्भुत स्नेह, इन सबकी कमी को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। आज हमारी इंडस्ट्री में एक ऐसा खालीपन है, जिसे कोई भी कभी भर नहीं सकेगा। हमेशा के लिए केवल एक ही धरम जी रहेंगे।"
धर्मेंद्र के करियर की बात करें तो उन्होंने अपने फिल्मी जीवन की शुरुआत १९६० में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से की थी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। धर्मेंद्र ने ‘शोला और शबनम’, ‘अनपढ़’, ‘बंदिनी’, ‘पूजा के फूल’, ‘हकीकत’, ‘फूल और पत्थर’, ‘अनुपमा’, ‘खामोशी’, ‘प्यार ही प्यार’, ‘तुम हसीन मैं जवां’, ‘सीता और गीता’, ‘यादों की बारात’ और ‘शोले’ जैसी अनेक यादगार फिल्मों में काम किया।