क्या कर्नाटक में सीआईडी ने एमएलसी सूरज रेवन्ना के मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की?

सारांश
Key Takeaways
- सीआईडी ने सूरज रेवन्ना के मामले में क्लोजर रिपोर्ट पेश की है।
- यह मामला साक्ष्यों की कमी के कारण बंद किया गया है।
- सूरज रेवन्ना ने आरोपों को निराधार बताया है।
- यह मामला राजनीतिक साजिश का भी हिस्सा हो सकता है।
- कर्नाटक सरकार ने सीआईडी को दूसरे मामले की जांच का आदेश दिया है।
बेंगलुरु, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने जेडी (एस) के एमएलसी सूरज रेवन्ना के खिलाफ एक कथित जबरन अप्राकृतिक यौन संबंध मामले में क्लोजर रिपोर्ट पेश की है। पुलिस सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।
सूरज रेवन्ना, जो पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के पोते और पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के भाई हैं, वर्तमान में अश्लील वीडियो और यौन उत्पीड़न मामले में जेल में हैं।
सीआईडी ने जेडी (एस) के एक कार्यकर्ता द्वारा दर्ज किए गए जबरन अप्राकृतिक यौन संबंध के मामले की जांच की और सबूतों की कमी के कारण विशेष अदालत में बी-रिपोर्ट (क्लोजर रिपोर्ट) प्रस्तुत की है।
सीआईडी सूत्रों का कहना है कि सबूतों की कमी के कारण ही यह क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई है।
यह मामला शुरू में होलेनरसीपुरा ग्रामीण पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। इसे भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 377 (अप्राकृतिक यौन संबंध), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत दर्ज किया गया था।
शिकायतकर्ता ने डीजी और आईजीपी तथा हासन एसपी के पास भी शिकायत दर्ज कराई थी। सूरज रेवन्ना को 23 जून, 2024 को सीईएन पुलिस स्टेशन में गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया गया। बाद में 22 जुलाई, 2024 को उन्हें बेंगलुरु सेंट्रल जेल से जमानत पर रिहा किया गया।
इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए सूरज रेवन्ना ने कहा कि यह उनके खिलाफ एक राजनीतिक साजिश थी।
उन्होंने कहा, "मेरे खिलाफ निराधार आरोप लगाए गए हैं और मैं इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करता हूं। इस मामले से कानूनी रूप से निपटा जाएगा और एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।"
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि वह सूरज रेवन्ना द्वारा आयोजित एक समारोह में उनसे मिला था। उनकी संगठनात्मक क्षमता से प्रभावित होकर सूरज ने कथित तौर पर अपना मोबाइल नंबर दिया और मैसेज भेजने शुरू किए। शिकायतकर्ता को सूरज रेवन्ना के फार्महाउस पर बुलाया गया, जहां कथित तौर पर उसका यौन शोषण किया गया।
सूरज रेवन्ना के बड़े भाई और पूर्व जेडी (एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना को भी एक सेक्स वीडियो और यौन उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार किया गया है। उनके पिता एचडी. रेवन्ना को अपहरण के मामले में जेल हुई थी और अब वे सशर्त जमानत पर बाहर हैं। उनकी मां भवानी रेवन्ना भी प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित यौन उत्पीड़न की एक पीड़िता से जुड़े अपहरण मामले में जांच का सामना कर रही हैं और हाल ही में उन्हें एक अदालत ने सशर्त जमानत दी थी।
कर्नाटक सरकार ने सूरज रेवन्ना से संबंधित यौन उत्पीड़न के दूसरे मामले को भी सीआईडी को सौंपा था।
सूरज रेवन्ना पर एक अन्य जेडी (एस) पुरुष कार्यकर्ता के खिलाफ यौन उत्पीड़न का दूसरा मामला भी दर्ज किया गया है। यह मामला 25 जून, 2024 को होलेनरसीपुरा ग्रामीण पुलिस स्टेशन में एक जेडी (एस) कार्यकर्ता द्वारा दर्ज कराया गया था।
दूसरे मामले के शिकायतकर्ता ने कहा कि चार साल पहले सूरज रेवन्ना ने उनका यौन शोषण किया था और वह अब तक दर्द और अपमान को सहते हुए चुप रहे।
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि वह अभी भी जेडी (एस) कार्यकर्ता है और किसी ने सूरज रेवन्ना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए नहीं उकसाया है।