क्या कर्नाटक में प्रियांक खड़गे को बर्खास्त किया जाएगा?

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क्या कर्नाटक में प्रियांक खड़गे को बर्खास्त किया जाएगा?

सारांश

कर्नाटक भाजपा के प्रदेश महासचिव पी. राजीव ने मुख्यमंत्री से प्रियांक खड़गे को संविधान विरोधी पत्र लिखने के चलते मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। जानिए इस विवाद का पूरा सच और उसके पीछे की राजनीति।

Key Takeaways

  • प्रियांक खड़गे ने आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध की मांग की।
  • भाजपा ने बर्खास्तगी की मांग की है।
  • पत्र देश में राजनीतिक विवाद का एक नया कारण बन गया है।
  • यह मामला संविधान और राजनीतिक संवाद के महत्व को उजागर करता है।
  • राजनीतिक दलों के बीच सोशल मीडिया पर बहस चल रही है।

बेंगलुरु, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक भाजपा के प्रदेश महासचिव पी. राजीव ने मुख्यमंत्री से प्रियांक खड़गे को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है, क्योंकि उन्होंने संविधान के खिलाफ एक पत्र लिखा है।

उन्होंने कहा कि प्रियांक खड़गे को यह स्पष्ट करना चाहिए कि किस प्रकार का उल्लंघन हुआ है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि देश की एकता और संविधान के उद्देश्यों के खिलाफ नकारात्मक विचारों का प्रचार किया जा रहा है। उन्हें यह साबित करना होगा कि क्या वास्तव में ऐसे विचार फैलाए जा रहे हैं।

दरअसल, प्रियांक खड़गे ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को एक पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने राज्य के सरकारी परिसरों में आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। यह पत्र 4 अक्टूबर को लिखा गया था, जिसे हाल ही में सीएम मीडिया टीम ने सार्वजनिक किया है।

उन्होंने पत्र में लिखा, "जब समाज में नफरत फैलाने वाली विभाजनकारी ताकतें सिर उठाती हैं, तो हमारे संविधान के मूल सिद्धांत (एकता, समानता और अखंडता) हमें उन्हें रोकने का अधिकार देते हैं।"

प्रियांक खड़गे ने आरोप लगाया कि आरएसएस की शाखाएं सरकारी और अर्ध-सरकारी स्कूलों, सार्वजनिक स्थानों, मंदिरों, पार्कों और पुरातात्त्विक स्थलों में चल रही हैं। यहाँ बिना पुलिस अनुमति के आक्रामक प्रदर्शन किए जा रहे हैं, जिससे बच्चों और युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

उन्होंने आगे लिखा, "देश के बच्चों, युवाओं और समाज के मानसिक स्वास्थ्य और विकास के हित में आरएसएस की सभी गतिविधियों को सरकारी परिसरों में प्रतिबंधित किया जाए।"

इस पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा, "प्रियांक खड़गे ऐसे पत्र लिखने वाले कौन होते हैं? आरएसएस पर बोलने या टिप्पणी करने से पहले उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के योगदान को समझना चाहिए। कांग्रेस सरकार के दौरान भारत-चीन युद्ध में आरएसएस की भूमिका की सराहना की गई थी और उसे गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रियांक खड़गे को इसे समझना चाहिए।"

विजयेंद्र ने कहा कि एक जिम्मेदार मंत्री होने के नाते प्रियांक खड़गे को आरएसएस पर टिप्पणी करने के बजाय अपने निर्वाचन क्षेत्र गुलबर्गा के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

Point of View

NationPress
12/10/2025

Frequently Asked Questions

प्रियांक खड़गे ने मुख्यमंत्री को क्या पत्र लिखा?
प्रियांक खड़गे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य के सरकारी परिसरों में आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
भाजपा ने इस पत्र पर क्या प्रतिक्रिया दी?
भाजपा ने प्रियांक खड़गे को संविधान विरोधी पत्र लिखने के लिए तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है।
क्या प्रियांक खड़गे को बर्खास्त किया जाएगा?
इस पर अभी कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन भाजपा ने इस दिशा में स्पष्ट संकेत दिए हैं।