क्या कार्तिक पूर्णिमा पर हनुमान गढ़ी मंदिर में भक्तों का तांता लगा?
सारांश
Key Takeaways
- कार्तिक पूर्णिमा को मनाने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है।
- हनुमान गढ़ी मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
- श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जा रही है।
- भक्त भगवान हनुमान का जयकारा लगाते हुए लंबा इंतजार कर रहे हैं।
- अयोध्या में अन्य मंदिरों में भी भक्तों की भीड़ है।
अयोध्या, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक कार्तिक पूर्णिमा आज 5 नवंबर, बुधवार को धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रयागराज, हरिद्वार, रायबरेली और अन्य धार्मिक स्थलों पर भक्त आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं।
प्रयागराज के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है और स्नान के बाद भक्त हनुमान गढ़ी मंदिर में भी दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, जहां पुलिस प्रशासन भक्तों पर पुष्प वर्षा कर रहा है।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हनुमान गढ़ी मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों का आगमन हुआ है। बाबा हनुमान जी के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर लंबी लाइन लगी है और पुलिस प्रशासन भक्तों को अलग-अलग कतारों में मंदिर के भीतर प्रवेश दे रहा है। भीड़ होने के बावजूद भक्त भगवान हनुमान के जयकारे लगाते हुए लंबा इंतजार कर रहे हैं।
मंदिर में दर्शन करने आई एक महिला भक्त ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि "भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था बहुत अच्छी है, सभी भक्तों को अच्छे से दर्शन कराया जा रहा है। भीड़ ज्यादा है लेकिन पुलिस-प्रशासन ने सब संभाल रखा है और दर्शन के समय किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। सीएम योगी के नेतृत्व में मंदिर प्रशासन और पुलिस प्रशासन मिलकर सब कुछ कर रहे हैं।"
एक अन्य महिला श्रद्धालु ने कहा कि दर्शन करके बहुत अच्छा लगा और दर्शन करने आए भक्तों पर फूलों की वर्षा भी की गई।
सुरक्षा में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंदिर में दर्शन करने के लिए बहुत भीड़ आ रही है और इसलिए दर्शन के लिए दो रास्तों को खोला गया है। कोई अनहोनी न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है और दर्शन के बाद तुरंत भक्तों को मंदिर से बाहर भेजा जा रहा है, जिससे अन्य श्रद्धालु आराम से दर्शन कर सकें। सुबह से भक्त लगातार 3 बजे से ही मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं और यह सिलसिला शाम तक जारी रहेगा।
बता दें कि अयोध्या के अन्य मंदिरों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद श्रद्धालु भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए मंदिरों की ओर बढ़ रहे हैं।