करवा चौथ पर साध्वी प्राची का बड़ा बयान: क्या हिंदू बहनों से ही मेहंदी लगवाएं?

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करवा चौथ पर साध्वी प्राची का बड़ा बयान: क्या हिंदू बहनों से ही मेहंदी लगवाएं?

सारांश

करवा चौथ के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक विवाद सामने आया है। हिंदू संगठनों ने मुस्लिम महिलाओं द्वारा हिंदू महिलाओं को मेहंदी लगाने का विरोध किया है। साध्वी प्राची ने इस पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। जानिए इस विवाद का पूरा मामला!

Key Takeaways

  • करवा चौथ का पर्व इस बार शुक्रवार को मनाया जाएगा।
  • हिंदूवादी संगठनों ने मुस्लिम महिलाओं का मेहंदी लगाने का विरोध किया है।
  • साध्वी प्राची ने हिंदू महिलाओं से अपील की है कि मेहंदी केवल हिंदू बहनों से लगवाएं।

मुजफ्फरनगर, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। करवा चौथ के त्योहार पर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक नया विवाद उत्पन्न हुआ है। हिंदूवादी संगठनों ने बाजारों में मुस्लिम महिलाओं द्वारा हिंदू महिलाओं को मेहंदी लगाने का विरोध किया है।

इन संगठनों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि यदि कोई गैर-हिंदू महिला या व्यक्ति करवा चौथ के मौके पर हिंदू महिलाओं को मेहंदी लगाते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, राष्ट्र सेविका समिति और दुर्गा वाहिनी जैसे संगठनों ने शहर के कई क्षेत्रों में विशेष पंडाल स्थापित किए हैं, जहां केवल हिंदू महिलाएं ही मेहंदी लगाएंगी। इन पंडालों में प्रवेश के लिए पहचान पत्र की जाँच की जा रही है ताकि किसी अन्य समुदाय का व्यक्ति वहाँ प्रवेश न कर सके।

इस विवाद पर साध्वी प्राची ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया। हरिद्वार से मुजफ्फरनगर आई साध्वी प्राची ने कहा, “सनातन धर्म की बहनों से मेरा अनुरोध है कि करवा चौथ के दिन हरियाली और खुशहाली के लिए मेहंदी अवश्य लगवाएं, लेकिन वह केवल हिंदू बहनों से ही लगवाएं। यह हमारे धर्म की पवित्रता का मामला है।”

उन्होंने कहा कि यह एक सकारात्मक पहल है कि मेहंदी केवल हिंदू बहनों से लगवाई जा रही है। साध्वी ने कहा, “हमारे धर्म को विकृत करने के लिए साजिशें की जाती हैं, इसलिए हमें सावधान रहना चाहिए। हमारी बहनों से अनुरोध है कि अन्य धर्म के लोगों से मेहंदी न लगवाएं।”

साध्वी प्राची ने यह भी स्पष्ट किया, “अगर कोई मुस्लिम महिला करवा चौथ मनाना चाहती है, तो उसका स्वागत है, हमें उससे कोई समस्या नहीं है। वह सनातन परंपरा अपनाना चाहती है और घर वापसी करना चाहती है।”

इस वर्ष करवा चौथ का पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा। त्योहार को लेकर बाजारों में भारी हलचल है, लेकिन मेहंदी लगाने के मुद्दे ने प्रशासन को चौकस कर दिया है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता हमारे देश की पहचान है। इस प्रकार के विवाद केवल धार्मिक सहिष्णुता को प्रभावित करते हैं। हमें एक-दूसरे के परंपराओं का सम्मान करना चाहिए और सभी समुदायों को समान अधिकार प्रदान करने चाहिए।
NationPress
09/10/2025

Frequently Asked Questions

करवा चौथ क्या है?
करवा चौथ एक भारतीय त्योहार है जिसमें महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रखती हैं।
हिंदू बहनों को मेहंदी लगाने का क्या विवाद है?
हिंदूवादी संगठनों ने मुस्लिम महिलाओं द्वारा हिंदू महिलाओं को मेहंदी लगाने का विरोध किया है।
साध्वी प्राची का क्या कहना है?
साध्वी प्राची ने कहा है कि मेहंदी केवल हिंदू बहनों से लगवाई जानी चाहिए।