क्या करवा चौथ की रात पति ने पत्नी के धोखे से खुदकुशी की?

सारांश
Key Takeaways
- रिश्तों में विश्वास का महत्व
- धोखे का प्रभाव और उसकी गंभीरता
- पारिवारिक समस्याएं और उनका समाधान
- समाज में संवाद की आवश्यकता
- आत्महत्या की रोकथाम के उपाय
सीहोर, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। करवा चौथ की रात, जब सुहागिनें अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए व्रत कर रही थीं, उसी समय मध्य प्रदेश के सीहोर में एक व्यक्ति ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी। धर्मेंद्र कुशवाह ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
यह दुखद घटना सीहोर के गणेश मंदिर रोड पर स्थित एक कॉलोनी में हुई, जहां धर्मेंद्र ने अपने घर में आत्महत्या की। जानकारी के अनुसार, अपनी पत्नी के धोखे से आहत होकर धर्मेंद्र ने यह कदम उठाया। उसने इस मामले में पुलिस में शिकायत भी की थी, लेकिन जब कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो उसकी हताशा बढ़ती चली गई।
पुलिस के अनुसार, धर्मेंद्र की पत्नी करवा चौथ के दिन अपने दो मासूम बच्चों के साथ किसी अन्य व्यक्ति के साथ चली गई थी। पत्नी और बच्चों के अचानक चले जाने से धर्मेंद्र गहरे सदमे में था। धर्मेंद्र एक बेहद शांत स्वभाव का व्यक्ति था। जब उसे यह पता चला कि उसकी पत्नी बच्चों सहित घर छोड़ गई है, तो वह टूट गया।
धर्मेंद्र के परिजनों ने बताया कि पत्नी और बच्चों के अचानक चले जाने से वह गहरे सदमे में था। उसने पुलिस में शिकायत भी की थी। जिस रात को हर पति-पत्नी प्रेम और साथ रहने की कसमें दोहरा रहे थे, उसी रात पत्नी और बच्चों की अनुपस्थिति में धर्मेंद्र फांसी के फंदे पर झूल गया और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पड़ोसियों ने बताया कि धर्मेंद्र पिछले कुछ दिनों से चुपचाप और उदास रहने लगा था। करवा चौथ की रात जब घर से कोई आवाज नहीं आई, तो पड़ोसियों ने जाकर देखा कि धर्मेंद्र का शव फांसी के फंदे पर झूल रहा था। इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
मंडी थाना प्रभारी सुनील मेहर ने बताया कि पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यही सामने आया है कि धर्मेंद्र ने पत्नी के वियोग और विश्वासघात के कारण यह आत्मघाती कदम उठाया।