क्या कश्मीर में चिल्लई कलां की शुरुआत के साथ सीजन की पहली बर्फबारी हुई?

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क्या कश्मीर में चिल्लई कलां की शुरुआत के साथ सीजन की पहली बर्फबारी हुई?

सारांश

कश्मीर में चिल्लई कलां का आगमन हो गया है, जिसने इस सीजन की पहली बर्फबारी और बारिश का स्वागत किया। यह 40 दिनों की ठंड की शुरुआत है, जो स्थानीय लोगों के लिए राहत लेकर आई है। जानिए इस मौसम के तापमान और बर्फबारी के प्रभाव के बारे में।

Key Takeaways

  • चिल्लई कलां का आगमन कश्मीर में पहली बर्फबारी का संकेत है।
  • बारिश ने हवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाया है।
  • गुलमर्ग और सोनमर्ग में बर्फबारी हुई है।
  • बर्फबारी से जलाशयों में पानी भरने की संभावना है।
  • बर्फबारी के चलते कुछ स्थानों पर ट्रैफिक रोका गया है।

श्रीनगर, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कश्मीर की ऊंची पहाड़ियों में इस सीज़न की पहली बर्फबारी और घाटी के मैदानी इलाकों में बारिश हुई है। यह 40 दिनों की कड़ाके की ठंड के पहले दिन की शुरुआत है, जिसे स्थानीय भाषा में 'चिल्लई कलां' कहा जाता है।

लगभग तीन महीने से चले आ रहे सूखे का अंत रविवार को हुआ, जब बारिश और बर्फबारी ने हवा में मौजूद सभी सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर को धो दिया, जिससे सांस लेना सुरक्षित और आसान हो गया। लोगों ने मौसम की पहली बर्फबारी और बारिश से राहत की सांस ली। शहर और कस्बों में हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ।

गुलमर्ग के स्की रिजॉर्ट और सोनमर्ग हिल स्टेशन पर भी सीजन की पहली बर्फबारी देखने को मिली।

बर्फ न होने के कारण क्रिसमस और नए साल के जश्न के फीके रहने की चिंता कर रहे लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि गुलमर्ग और अन्य हिल स्टेशनों पर भरपूर बर्फबारी के बीच नए साल का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे।

जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में स्थित सभी बारहमासी जलाशयों में चिल्लई कलां के दौरान भारी बर्फबारी से पानी भर जाता है।

रात भर बादल छाए रहने के कारण पूरी घाटी में रात का तापमान बढ़ गया। इस सीज़न में पहली बार श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि गुलमर्ग और पहलगाम में क्रमशः -1.5 डिग्री और -2.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

जम्मू शहर में न्यूनतम तापमान 11.5, कटरा में 11.6, बटोटे में 7.6, बनिहाल में 6 और भद्रवाह में 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

जोजिला पास इलाके में बर्फबारी के चलते, अधिकारियों ने श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक रोक दिया है। इसी प्रकार, कुपवाड़ा जिले में सदना टॉप, बांदीपोरा जिले में रजदान पास और अनंतनाग जिले में सिंथन पास पर भी ट्रैफिक रोक दिया गया है।

कश्मीर के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी होने से लोग और बर्फबारी की उम्मीद कर रहे हैं, जो गर्मियों से पहले पानी के स्रोतों को भरने के लिए आवश्यक है।

Point of View

बल्कि जल स्रोतों को भी भरने में मदद करेगा, जो भविष्य के लिए आवश्यक है।
NationPress
21/12/2025

Frequently Asked Questions

चिल्लई कलां क्या है?
चिल्लई कलां कश्मीर में 40 दिनों की ठंड का एक महत्वपूर्ण चरण है, जो बर्फबारी और ठंड का अनुभव कराता है।
कश्मीर में इस बार का तापमान कितना है?
इस बार श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
बर्फबारी का क्या असर होगा?
बर्फबारी से जल स्रोतों का स्तर बढ़ेगा और पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होगी।
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