क्या पंत का रन आउट होना निराशाजनक था? केएल राहुल ने बताया

सारांश
Key Takeaways
- ऋषभ पंत का रन आउट भारतीय टीम के लिए निराशाजनक था।
- केएल राहुल ने अपने शतक के लिए जल्दीबाजी की।
- टीम की रनगति पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
- रिएक्शन-टाइम ट्रेनिंग का महत्व बताया गया।
- फॉर्मूला 1 की ट्रेनिंग के अनुभव साझा किए गए।
लंदन, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने माना है कि लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन शतक बनाने की उनकी जल्दी के कारण ऋषभ पंत का रन आउट होना हुआ। केएल राहुल के अनुसार, यह भारत के लिए बढ़त प्राप्त करने के प्रयास में 'आदर्श' स्थिति नहीं थी।
लंच से पहले अंतिम ओवर में, ऋषभ पंत 74 रन के निजी स्कोर पर रन आउट हो गए। पंत उस समय केएल राहुल को स्ट्राइक पर वापस लाने का प्रयास कर रहे थे, ताकि सलामी बल्लेबाज अपना शतक बना सकें।
हालांकि, ऋषभ पंत के पवेलियन लौटने के बाद केएल राहुल ने लॉर्ड्स में अपना दूसरा शतक पूरा किया। टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 387 रन बनाए।
तीसरे दिन के खेल के समापन के बाद केएल राहुल ने पत्रकारों से कहा, "पंत के आउट होने से कुछ ओवर पहले हमारी बातचीत हुई थी। मैंने उनसे कहा था कि अगर संभव हो तो मैं लंच से पहले अपना शतक पूरा कर लूंगा। लंच से पहले बशीर के अंतिम ओवर में मुझे लगा कि मेरे पास शतक बनाने का अच्छा मौका है, लेकिन दुर्भाग्यवश मेरी गेंद सीधे फील्डर के पास गई। यह ऐसी गेंद थी, जिस पर मैं चौका लगा सकता था।"
केएल राहुल ने कहा, "पंत बस स्ट्राइक रोटेट करना चाहते थे। वह मुझे वापस स्ट्राइक पर लाना चाहते थे। लेकिन, ऐसा नहीं होना चाहिए था। इस एक रन-आउट ने वास्तव में भारत के स्कोरबोर्ड की गति को रोक दिया। यह हम दोनों के लिए निराशाजनक था। जाहिर है, कोई भी इस तरह अपना विकेट नहीं गंवाना चाहता।"
केएल राहुल ने बताया कि पिछले दो वर्षों से वह एक विशेषज्ञ के साथ काम कर रहे हैं, जिसने उन्हें 'रिएक्शन-टाइम ट्रेनिंग' में मदद की है। इस तरह की ट्रेनिंग फॉर्मूला 1 ड्राइवर्स करते हैं।
राहुल ने कहा, "पिछले एक-दो साल में, मैंने 'मेंटल ड्रिल्स' पर काम किया है। मैंने एक विशेषज्ञ के साथ थोड़ा समय बिताया, जिसने मुझे अपना रिएक्शन टाइम सुधारने में मदद की। मुझे लगता है कि कई दूसरे खेलों में भी इस तरह की ट्रेनिंग का उपयोग किया जाता है। मैंने इसे फॉर्मूला 1 में कई बार देखा है।"