क्या केंद्रीय कर्मचारियों को दिवाली पर मिला 3 प्रतिशत का महंगाई भत्ता?

सारांश
Key Takeaways
- महंगाई भत्ता में 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
- इससे 48 लाख कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनधारियों को लाभ होगा।
- यह वृद्धि 1 जुलाई से प्रभावी होगी।
- कर्मचारियों को बकाया राशि अक्टूबर में मिलेगी।
- यह 7वें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों पर आधारित है।
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। नए महीने की शुरुआत के साथ ही फेस्टिव सीजन में केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों और पेंशनधारकों को दिवाली का तोहफा दिया है। कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार, केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए महंगाई भत्ता में 3 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
महंगाई भत्ते में यह 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा के बाद, अब यह कर्मचारियों की बेसिक सैलरी का 58 प्रतिशत हो गया है। यह बढ़ा हुआ डीए इस वर्ष के 1 जुलाई से प्रभावी होगा और इससे लगभग 48 लाख कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा।
सरकार आमतौर पर फेस्टिव सीजन के दौरान महंगाई भत्ते में वृद्धि का एलान करती है। यह कदम सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों को महंगाई से राहत प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया जाता है।
केंद्रीय कैबिनेट द्वारा इस वर्ष की शुरुआत में 1 जनवरी 2025 को महंगाई भत्ते और महंगाई राहत (डीआर) में 2 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी, जिससे लगभग 1.15 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को लाभ मिला था। इस बढ़ोतरी के बाद महंगाई भत्ता बेसिक सैलरी के 55 प्रतिशत तक पहुँच गया था। यह वृद्धि 7वें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार की गई थी।
अब जब डीए 58 प्रतिशत हो गया है, तो केंद्रीय कर्मचारियों को भत्ते के रूप में कितनी राशि मिलेगी, इसे स्पष्ट उदाहरण से समझा जा सकता है। मान लीजिए, किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 50,000 रुपए है, तो उन्हें महंगाई भत्ते के तौर पर पहले 27,500 रुपए मिलते थे। इस वृद्धि के बाद, यह राशि बढ़कर 29,000 रुपए हो जाएगी। इसका अर्थ है कि 50,000 रुपए की बेसिक सैलरी वाले कर्मचारी को इस वृद्धि से कुल 1,500 रुपए अधिक मिलेंगे। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों की ग्रॉस सैलरी में स्पष्ट रूप से दिखाई देगी।
कर्मचारियों को जुलाई, अगस्त और सितंबर की बकाया राशि अक्टूबर की सैलरी के साथ ही दी जाएगी।