क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कुलगाम और शोपियां में बड़ी कार्रवाई हुई?

Click to start listening
क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कुलगाम और शोपियां में बड़ी कार्रवाई हुई?

सारांश

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम और शोपियां में आतंकवाद के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया गया है। पुलिस ने 200 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे हैं। जानिए इस अभियान के पीछे के उद्देश्य और सुरक्षा उपायों के बारे में।

Key Takeaways

  • जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ तेज कार्रवाई।
  • 200 से अधिक ठिकानों पर छापे।
  • पाकिस्तान से सक्रिय संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर।
  • स्थानीय सुरक्षा को मजबूत करना प्राथमिकता।
  • वाहनों की जांच और चालान की प्रक्रिया।

श्रीनगर, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई में तेजी आई है। बुधवार को कुलगाम और शोपियां जैसे क्षेत्रों में पुलिस ने व्यापक तलाशी अभियान चलाया। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान से सक्रिय जम्मू-कश्मीर के मूल निवासियों (जेकेएनओपी) के रिश्तेदारों की संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाना, संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी इकट्ठा करना और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा को और मजबूत करना है।

कुलगाम में, प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) के खिलाफ एक्शन लिया गया है। इस बड़े अभियान में कुलगाम पुलिस ने जिलेभर में 200 से अधिक जेईआई ठिकानों पर छापे मारे। पुलिस ने घरों की गहन तलाशी ली है।

इसके अलावा, शोपियां जिले में जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) समेत अन्य संदिग्ध राष्ट्र-विरोधी तत्वों को लक्ष्य बनाकर एक व्यापक तलाशी अभियान प्रारंभ किया गया है। पुलिस का कहना है कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों पर नियंत्रण पाना है।

इससे पहले, शोपियां में चेकिंग के दौरान सैकड़ों वाहनों के चालान किए गए। शोपियां पुलिस ने 'एक्स' पोस्ट में लिखा, "राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पूरे जिले में तलाशी और वाहन जांच तेज कर दी गई है। उल्लंघन और स्वामित्व हस्तांतरण न करने के आरोप में सैकड़ों लोगों का चालान किया गया।"

हाल ही में रामबन और बांदीपोरा में भी आतंकवादियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाए गए। बांदीपोरा पुलिस ने आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों के तंत्र को तोड़ने के लिए पाकिस्तान और पीओके से सक्रिय जम्मू-कश्मीर के नागरिकों पर कार्रवाई की। पुलिस ने नियमों का पालन सुनिश्चित करने और सिम कार्ड के दुरुपयोग को रोकने के लिए जिलेभर में सिम कार्ड विक्रेताओं का सत्यापन किया। विक्रेताओं को उचित केवाईसी प्रक्रियाओं का पालन करने और सटीक रिकॉर्ड रखने के लिए जागरूक किया गया।

रामबन जिले में पुलिस, सेना, सीआरपीएफ और एसओजी इकाइयों की संयुक्त टीमों ने ड्यूटी मजिस्ट्रेटों के साथ मिलकर जिलेभर के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में अभियान चलाया। अभियानों के दौरान सुरक्षाबलों ने रामबन के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय आतंकवादियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के रिश्तेदारों और ज्ञात सहयोगियों के घरों की गहन तलाशी ली। पुलिस टीमों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई परिसरों का गहन निरीक्षण किया कि राष्ट्र-विरोधी या गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा नहीं दिया जा रहा है।

Point of View

यह अभियान जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। सुरक्षा बलों की सक्रियता से न केवल आतंकवाद की गतिविधियों में कमी आएगी, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी एक सुरक्षित वातावरण बनेगा।
NationPress
12/11/2025

Frequently Asked Questions

कुलगाम और शोपियां में क्या हुआ?
कुलगाम और शोपियां में पुलिस ने आतंकवाद के खिलाफ बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया है, जिसमें 200 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे गए हैं।
इस अभियान का उद्देश्य क्या है?
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान से सक्रिय संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाना और सुरक्षा को मजबूत करना है।
क्या पुलिस ने केवल जमात-ए-इस्लामी को निशाना बनाया?
नहीं, पुलिस ने जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों के साथ-साथ अन्य संदिग्ध राष्ट्र-विरोधी तत्वों को भी निशाना बनाया है।
रामबन और बांदीपोरा में क्या कार्रवाई हुई?
रामबन और बांदीपोरा में भी आतंकवादियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए बड़े अभियान चलाए गए हैं।
क्या पुलिस ने वाहनों की जांच की?
हां, शोपियां में पुलिस ने वाहनों की जांच की और सैकड़ों चालान किए।