क्या कुलगाम में बैन जमात-ए-इस्लामी से जुड़े ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की?
सारांश
Key Takeaways
- कुलगाम में पुलिस का बड़ा अभियान चल रहा है।
- जमात-ए-इस्लामी से जुड़े ठिकानों पर छापे मारे गए।
- भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई।
- स्थानीय लोग पुलिस की कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं।
- पुलिस ने कानून के शासन को बनाए रखने का आश्वासन दिया है।
कुलगाम, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आज सुबह से पुलिस ने एक बड़ा अभियान शुरू किया है। कुलगाम पुलिस की विभिन्न टीमों ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में एक साथ छापे मारे और उन ठिकानों की जांच की, जो प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी से संबंधित हैं।
भारत सरकार ने गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में यूएपीए (अनलॉफुल एक्टिविटीज़ प्रिवेंशन एक्ट) के तहत फरवरी 2019 में ही जमात-ए-इस्लामी पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद, संगठन से जुड़े कुछ लोग अभी भी गुप्त रूप से सक्रिय बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की। सुबह से कई घरों और संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी गई। तलाशी के दौरान पुलिस ने बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री पाई, जिसमें मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन ड्राइव जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, किताबें, पर्चे और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, ये सभी वस्तुएं आतंकवाद से जुड़े कार्यों या संगठन को चलाने में उपयोग की जा रही थीं। जब्त की गई सामग्री की गहन जांच की जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि ये लोग क्या योजना बना रहे थे और इनके संबंध किन-किन लोगों से हैं।
कुलगाम पुलिस के एक उच्च अधिकारी ने कहा कि यह अभियान अभी जारी है और भविष्य में और भी कार्रवाई संभव है। उन्होंने बताया, “हम जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद और अलगाववाद से पूरी तरह मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कोई भी व्यक्ति या संगठन कानून से ऊपर नहीं है।”
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे क्षेत्र में अमन-चैन बना रहेगा और युवा गलत रास्ते पर जाने से बचेंगे। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन नंबर पर जानकारी दें।