क्या 'आप' का राहत कोष जनता के पैसों से भर रहा है? - सुनील जाखड़

सारांश
Key Takeaways
- सालाना बाढ़ का मुद्दा पंजाब सरकार के लिए एक चुनौती है।
- राहत कार्यों में पारदर्शिता की आवश्यकता है।
- जनता की समस्याएँ सुनने के लिए एक उचित मंच की आवश्यकता है।
चंडीगढ़, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा पंजाब के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बाढ़ समेत कई समस्याओं पर पंजाब सरकार पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ हर साल आती है, लेकिन पंजाब सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
भाजपा के पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में सोशल मीडिया पर भाजपा को बाढ़ के लिए जिम्मेदार ठहराने वाले पोस्ट्स की आलोचना की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में भी बाढ़ आई थी और अब 2025 में इस पर आवश्यक कार्रवाई की आवश्यकता है। पंजाब सरकार इस मुद्दे पर कुछ नहीं कर रही, बल्कि भाजपा को दोषी ठहराने में व्यस्त है।
सुनील जाखड़ ने माधोपुर में 80 करोड़ रुपए के रखरखाव कार्य का जिक्र करते हुए पंजाब सरकार से पूछा कि क्या 8 अगस्त तक वर्क ऑर्डर जारी किया गया था और यह धनराशि कहाँ खर्च हुई? इस बारे में जनता को जानकारी देने की आवश्यकता है।
उन्होंने सरकार पर बाढ़ राहत के लिए आवंटित 12,000 करोड़ रुपए और मुख्यमंत्री राहत कोष के दुरुपयोग का आरोप लगाया। जाखड़ ने कहा कि यह राहत कोष आम आदमी पार्टी का राहत कोष बन गया है, जिसका उद्देश्य केवल धन कमाना है। जनता की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, पंजाब में केवल लूट मची हुई है।
सतलुज नदी में सासरली के पास कटाव के मुद्दे पर जाखड़ ने कहा कि लगातार खनन किया जा रहा है, लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है। खनन करने वालों को मौजूदा सरकार का संरक्षण मिला हुआ है, इसलिए उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधते हुए कहा कि जब मुख्यमंत्री खुद घर से नहीं निकल रहे हैं, तो सरकार को जनता की समस्याएँ कैसे दिखाई देंगी? इस सरकार में जनता की समस्याएँ सुनने वाला कोई नहीं है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता सब कुछ देख रही है, भगवंत मान सरकार ने चुनाव के समय जो भी वादे किए थे, उन्हें सरकार बनने के बाद भूल गए हैं और जनता के धन से केवल आम आदमी पार्टी का राहत कोष भर रहे हैं।