क्या आतंकवाद देश का हितैषी है? विजय कुमार सिन्हा का स्पष्ट बयान

Key Takeaways
- सिंदूर का महत्व सौभाग्य और शक्ति का प्रतीक है।
- आतंकवादियों का मनोबल गिराने के लिए ऑपरेशन सिंदूर किया गया।
- विपक्ष की राजनीति सेना के शौर्य पर प्रश्न उठाती है।
- खनन विभाग अवैध गतिविधियों के खिलाफ सघन अभियान चला रहा है।
- सूचना देने वालों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
पटना, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने संसद में सिंदूर ऑपरेशन पर चर्चा करते हुए कहा कि सिंदूर सौभाग्य का प्रतीक है और शक्ति का श्रृंगार है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी मां-बहनों के सिंदूर पर कोई भी चोट करेगा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प, ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से साकार होगा।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि जो लोग हमारे देश की शौर्य और सेना पर सवाल उठाते हैं, वे किसी प्रकार से देश के हितैषी नहीं हो सकते। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकवादियों का मनोबल गिरा है और अब ऑपरेशन महादेव से उन्हें समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने देश की सेना के गौरव पर गर्व होना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से विपक्ष की नकारात्मक राजनीति उनके शौर्य पर प्रश्न उठाती है।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस का दृष्टिकोण आतंकवाद को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से समर्थन देता है। आतंकवादी और अपराधी कभी भी देश के हितैषी नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और लालू यादव अब अपने जीवन के अंतिम चरण में हैं और उनके पुत्र उन्हें राजनीति में घसीटकर अपने राजनीतिक भविष्य को संवारने की कोशिश कर रहे हैं।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि खनन विभाग की स्पष्ट नीति है कि जो वैध तरीके से काम करेंगे उन्हें संरक्षित किया जाएगा, लेकिन जो अवैध तरीके से काम करेंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। अवैध खनन के खिलाफ बिहार में सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में आम लोगों की सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाई गई है। अवैध खनन में संलग्न ट्रैक्टर की सूचना देने वालों को पांच हजार रुपये और ट्रक की सूचना देने वालों को दस हजार रुपये दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्हें बिहारी योद्धा का खिताब भी दिया जा रहा है।