क्या एशिया कप में पाकिस्तान के साथ भारत का मैच खेलना असंवेदनशील कदम होगा?

सारांश
Key Takeaways
- संजय राउत ने एशिया कप मैच पर कड़ी आपत्ति जताई है।
- पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ मैच खेलना असंवेदनशील है।
- खेल और राजनीति को अलग रखना महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले एशिया कप क्रिकेट मैच पर तीखी आलोचना की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर इस मामले में अपनी असहमति व्यक्त की है। राउत ने पत्र में लिखा कि पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले भारतीयों का खून अभी सूखा नहीं है और उनके परिवारों के आंसू अभी थमे नहीं हैं। ऐसे में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना अमानवीय और असंवेदनशील कदम होगा।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैचों को अनुमति देने की खबर भारतवासियों के लिए बेहद दुखद है। यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्रालय की मंजूरी के बिना ऐसा संभव नहीं है। मैं आपके समक्ष देशभक्त नागरिकों की भावनाएं व्यक्त कर रहा हूं।
संजय राउत ने कहा कि आप कहते हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है। यदि संघर्ष अभी भी जारी है, तो हम पाकिस्तान के साथ क्रिकेट कैसे खेल सकते हैं?
पहलगाम हमला एक पाकिस्तानी आतंकवादी समूह द्वारा किया गया था, जिसने 26 महिलाओं के सिंदूर मिटा दिए थे। क्या आपने उन माताओं और बहनों की भावनाओं पर विचार किया है?
क्या राष्ट्रपति ट्रंप ने यह धमकी दी है कि अगर हम पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेलेंगे तो वे व्यापार बंद कर देंगे?
आपने कहा था कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते। अब, क्या खून और क्रिकेट साथ-साथ बहेंगे?
पाकिस्तान के खिलाफ मैचों में बड़े पैमाने पर सट्टेबाजी और ऑनलाइन जुआ खेला जाता है, जिसमें कथित तौर पर कई भाजपा सदस्य शामिल हैं। गुजरात के एक प्रमुख व्यक्ति, जय शाह, वर्तमान में क्रिकेट मामलों का संचालन कर रहे हैं। क्या इसमें भाजपा को कोई विशेष वित्तीय लाभ होता है?
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना न केवल हमारे सैनिकों के शौर्य का अपमान है, बल्कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी सहित कश्मीर के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले प्रत्येक शहीद का भी अपमान है।
ये मैच दुबई में हो रहे हैं। यदि ये महाराष्ट्र में होते, तो बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना इन्हें बाधित कर देती।
हिंदुत्व और देशभक्ति की बजाय पाकिस्तान के साथ क्रिकेट को प्राथमिकता देकर, आप देश की जनता की भावनाओं को तुच्छ समझ रहे हैं। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) आपके निर्णय की निंदा करती है।