क्या भगवान श्री कृष्ण के भक्तों की इच्छाएँ पूरी होंगी? : बालमुकुंद आचार्य
सारांश
Key Takeaways
- बालमुकुंद आचार्य ने मथुरा में भक्तों की इच्छाओं को पूरा करने की बात कही।
- अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण एक प्रेरणा स्रोत है।
- भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है।
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया जाएगा।
- भक्तों का समर्थन महत्वपूर्ण है।
जयपुर, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान से भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने यह दावा किया है कि जिस प्रकार अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ, उसी प्रकार मथुरा में श्री कृष्ण के भक्तों की इच्छाएँ भी पूरी होंगी।
भाजपा विधायक ने कहा कि पूरे देश के आध्यात्मिक गुरुओं और सनातन धर्म के अनुयायियों की यही इच्छा है कि भगवान कृष्ण की जन्मभूमि पवित्र रहे और बाबर, हुमायूं, औरंगजेब या उनके वंशजों का कोई निशान वहां न रहे। जिन्होंने देश को लूटा, धार्मिक स्थलों को अपवित्र किया और लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई, उन्हें वहां याद नहीं किया जाना चाहिए। वह भूमि केवल भगवान कृष्ण की जन्मभूमि ही रहनी चाहिए।
उन्होंने राम मंदिर का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने कोर्ट के फैसले के लिए 528 साल का इंतजार किया, और हमें इस संघर्ष की याद है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वीकार किया गया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भव्य और दिव्य राम मंदिर का निर्माण किया गया। इसी क्रम में हम मानते हैं कि बहुत जल्दी भगवान श्री कृष्ण के भक्तों की इच्छाएँ भी पूरी होंगी। हम भगवान श्री कृष्ण के मंदिर में जाकर उनकी सेवा करेंगे। हम तो उनके भक्त हैं, जरूरत पड़ी तो एक-एक ईंट लगाने का काम करेंगे।
राजस्थान में विधायक फंड से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में एथिक्स कमेटी के चेयरमैन कैलाश वर्मा और बालमुकुंद आचार्य के सामने तीन विधायक पेश हुए। इस पर कैलाश वर्मा ने कहा कि तीनों विधायकों ने अपना पक्ष रखा है। कुछ लिखित में भी समिति के सामने पेश किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्टिंग के वीडियो को एक विधायक ने गलत बताया है। 15 से 20 दिन में इस प्रकरण को सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्य किया जा रहा है।
भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि यदि विधायकों की ओर से भ्रष्टाचार हुआ है तो कार्रवाई तय है। हमारी राजस्थान की भाजपा सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्य कर रही है, भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता है।