क्या बर्मिंघम टेस्ट में भारत की सटीक गेंदबाजी इंग्लैंड के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है?

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क्या बर्मिंघम टेस्ट में भारत की सटीक गेंदबाजी इंग्लैंड के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है?

सारांश

भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने एजबेस्टन में चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड की गेंदबाजी रणनीति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर भारत ने अपनी गेंदबाजी में सुधार किया, तो इंग्लैंड को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। देखें क्या कहती है उनकी राय और क्या संभावनाएं हैं।

Key Takeaways

  • भारत को अपनी गेंदबाजी में सुधार करने की आवश्यकता है।
  • इंग्लैंड की गेंदबाजी में योजना की कमी है।
  • शुभमन गिल की उत्कृष्ट बल्लेबाजी ने भारत को मजबूत स्थिति में रखा है।
  • दबाव बनाए रखने के लिए अनुशासन महत्वपूर्ण है।
  • जडेजा और गिल के बीच महत्वपूर्ण साझेदारी हुई।

बर्मिंघम, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने एजबेस्टन में चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड द्वारा अपनाई गई गेंदबाजी रणनीति की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यदि भारत ने सटीक गेंदबाजी की तो इंग्लैंड को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

जियो हॉटस्टार पर आरोन ने कहा, "इंग्लैंड की गेंदबाजी में गुणवत्तापूर्ण योजना की कमी दिखाई देती है। दबाव बनाने के लिए आपको एक मजबूत फील्ड की आवश्यकता होती है। लेकिन, इंग्लैंड ने शुरुआत से ही आसान सिंगल्स छोड़ दिए। इससे बल्लेबाज क्रीज पर आसानी से स्थापित हो जाता है।"

आरोन ने आगे कहा, "आप लंबे समय तक लगातार दबाव बनाए रखते हुए विकेट हासिल करते हैं। इंग्लैंड ने ऐसा नहीं किया। यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन अगर भारत अपनी गेंदबाजी को सही करता है, तो इंग्लैंड गंभीर संकट में पड़ सकता है, न केवल इस मैच में, बल्कि पूरी सीरीज में।"

वरुण ने इंग्लैंड के कैचिंग पोजीशन पर फील्डर्स की कमी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "टेस्ट क्रिकेट में, अगर कोई बल्लेबाज नजदीकी कैचिंग एरिया में फील्डर को देखता है तो उसे सावधान रहना चाहिए। लेकिन इंग्लैंड ने ऐसा दबाव नहीं बनाया।"

उदाहरण के लिए, उन्होंने शोएब बशीर का जिक्र किया, जो विकेट के चारों ओर गेंदबाजी करते हैं। लेकिन, एक ऑफ स्पिनर के रूप में, आपको कम से कम एक स्लिप फील्डर की आवश्यकता होती है। वहां तो वह भी नहीं था। इस कारण शुभमन गिल ने उन्हें आसानी से शॉट्स खेले।

दूसरे दिन भारतीय टीम ने जिस अनुशासन और धैर्य के साथ बल्लेबाजी की, उसकी उन्होंने प्रशंसा की।

आरोन ने कहा, "शुभमन गिल ने छठे विकेट के लिए रवींद्र जडेजा के साथ 203 और वाशिंगटन सुंदर के साथ सातवें विकेट के लिए 114 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। इन साझेदारियों के दौरान बल्लेबाज पूरी तरह नियंत्रण में दिखे। जडेजा और गिल ने पहले सेशन में न केवल विकेट बचाए, बल्कि तेजी से रन भी बनाए।"

दूसरे दिन के पहले दो सेशनों में भारत ने रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के रूप में मात्र दो विकेट गंवाए।

आपको बता दें कि एजबेस्टन में खेले जा रहे टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारतीय टीम को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था। कप्तान शुभमन गिल के 269, रवींद्र जडेजा के 89 और यशस्वी जायसवाल के 87 रन की मदद से भारत ने पहली पारी में 587 रन बनाए।

Point of View

यह देखना महत्वपूर्ण है कि भारत की गेंदबाजी में सुधार की आवश्यकता है। वरुण आरोन का विश्लेषण इंग्लैंड की गेंदबाजी में कमी को उजागर करता है। यदि भारत अपनी रणनीति को सही करता है, तो यह मैच और श्रृंखला दोनों में उनकी सफलता का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

भारत के तेज गेंदबाजों की रणनीति क्या होनी चाहिए?
भारत को अपनी गेंदबाजी में सटीकता और अनुशासन बनाए रखना चाहिए, जिससे वे इंग्लैंड पर दबाव बना सकें।
क्या इंग्लैंड की गेंदबाजी में कोई कमी है?
हां, वरुण आरोन के अनुसार इंग्लैंड की गेंदबाजी में योजना की कमी है।
भारत की बल्लेबाजी में कौन से बल्लेबाज अहम साबित हुए?
कप्तान शुभमन गिल और रवींद्र जडेजा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।