क्या बिहार का चुनाव केवल प्रदेश का है, या देश के संकल्प का? : हेमंत सोरेन

सारांश
Key Takeaways
- बिहार का चुनाव केवल प्रदेश का नहीं, देश का संकल्प है।
- भाजपा पर आरोप: धन और बल का उपयोग।
- महिलाओं के पलायन को आर्थिक मदद देकर रोका जा रहा है।
- एकजुटता से चुनाव में मुकाबला किया जा सकता है।
- बिहार ऐतिहासिक धरती है, मतदान प्रक्रिया में गलतियाँ हैं।
पटना, १ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को कहा कि बिहार में होने वाला विधानसभा चुनाव केवल प्रदेश का नहीं, बल्कि देश का संकल्प होगा। यह चुनाव देश की दशा और दिशा को निर्धारित करेगा।
पटना में 'वोटर अधिकार यात्रा' के समापन अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने झारखंड के हालात पर चर्चा की और कहा कि राज्य अब परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। आज वहां महिलाओं के पलायन को आर्थिक सहायता देकर रोका गया है।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे धन और बल के माध्यम से सत्ता में आने का प्रयास कर रहे हैं और सीबीआई तथा ईडी का भय दिखाया जा रहा है।
सोरेन ने कहा कि उन्हें भी झूठे मामलों में जेल में डाला गया था। अगर वे जेल नहीं गए होते, तो झारखंड में लोकसभा चुनाव में भाजपा का खाता नहीं खुलने देते।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा आज 'वोट चोरी' के माध्यम से सत्ता में है। यह एक पुरानी बात है, जो अब सामने आ चुकी है।
उन्होंने कहा कि इसका मुकाबला एकजुटता से किया जा सकता है। जब हम सभी एकजुट होंगे, तो कोई भी टिक नहीं पाएगा।
बिहार को ऐतिहासिक धरती बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से वोटर रिवीजन का काम किया गया है, यह गलत है। इसे विशेष और गहन रूप से जोड़कर किया गया है।
इससे पहले, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पटना में यात्रा निकाली गई। यात्रा की शुरुआत गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि देने के बाद हुई।