क्या बिहार के लोगों को गाली देने वालों को मिलेगा माकूल जवाब?

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा के नेताओं द्वारा बिहार के लोगों को अपमानित करने का आरोप
- सुरेंद्र राजपूत ने आगामी चुनाव में जवाब देने का भरोसा जताया
- जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है
- फिलिस्तीन का समर्थन करना गलत नहीं है
- केरल कांग्रेस का बिहार से संबंध पर सवाल उठाना
नई दिल्ली, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने शनिवार को भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय पर तीखा हमला किया। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि भाजपा ने जिस प्रकार से बिहार के लोगों को अपमानित किया है, उसका उचित जवाब उन्हें आगामी चुनाव में मिलेगा। ये लोग केवल भावनाओं को ठेस पहुंचाना जानते हैं, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जिस कर्पूरी ठाकुर को केंद्र सरकार ने भारत रत्न से सम्मानित किया, उसी कर्पूरी ठाकुर के लिए भाजपा के नेताओं ने अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया। जब इस पर सवाल उठाए जाते हैं, तो ये लोग चुप्पी साध लेते हैं।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी समाज के हर वर्ग के लोगों से हाथ मिलाते हैं। उन्हें सम्मान देते हैं और यह एहसास कराते हैं कि वे कितने मूल्यवान हैं। लेकिन, अफसोस, ऐसी प्रवृत्ति भाजपा के नेताओं में नहीं दिखती।
उन्होंने बताया कि बिहार बंद के दौरान भाजपा के जिन नेताओं ने बिहार के लोगों को गाली दी थी, आगामी बिहार चुनाव में प्रदेश की जनता उन नेताओं को उचित जवाब देगी। भाजपा के लोगों को बिहार के लोगों का अपमान करने की कीमत चुकानी होगी।
साथ ही, उन्होंने जम्मू-कश्मीर की कानून-व्यवस्था पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था बिगड़ती है, तो इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी, क्योंकि घाटी में कानून-व्यवस्था को सुधारने की जिम्मेदारी केवल केंद्र सरकार की है। हम चाहते हैं कि घाटी में सभी विवादों का समाधान संवाद के माध्यम से किया जाए।
इसके अलावा, सुल्तानपुर में फिलिस्तीन का झंडा फहराने पर उन्होंने कहा कि इससे किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि आज हर व्यक्ति फिलिस्तीन के पक्ष में है। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं। सभी पार्टियों के नेता इस देश का समर्थन कर रहे हैं। यदि किसी सम्मेलन या जुलूस में फिलिस्तीन का झंडा उस देश के समर्थन में लहराने का प्रयास किया जा रहा है, तो इससे किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए। फिलिस्तीन का समर्थन करना कोई अपराध नहीं है।
उन्होंने केरल कांग्रेस द्वारा बिहार को बीड़ी से जोड़ने पर कहा कि इसमें कुछ गलत नहीं है। केरल की कांग्रेस इकाई ने यह बताने का प्रयास किया कि एक ओर जहां केंद्र सरकार ने सभी नशीली पदार्थों पर जीएसटी की दरें बढ़ा दी हैं, वहीं दूसरी ओर बीड़ी पर जीएसटी की दरें कम की गई हैं। क्या केंद्र सरकार बिहार के लोगों को कैंसर की चपेट में लाना चाहती है?