क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत जनता के विश्वास पर खरे उतरेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार की 20 वर्षों की मेहनत ने उन्हें सफलता दिलाई।
- निशांत कुमार ने जनता का आभार व्यक्त किया।
- एनडीए ने 202 सीटों पर जीत हासिल की।
- भाजपा को सबसे अधिक 89 सीटें मिलीं।
- राज्य में विकास की प्रक्रिया जारी रहने की उम्मीद।
पटना, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परिवार के सदस्यों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस जीत का श्रेय नीतीश कुमार की 20 वर्षों की मेहनत को दिया और जनता के आशीर्वाद के लिए आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने रविवार को कहा, "यह बिहार की जनता का आशीर्वाद और समर्थन है। मेरे पिता की पिछले 20 सालों में की गई मेहनत का यह फल है, इसके लिए मैं जनता का धन्यवाद करता हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं बिहार की जनता का दिल से आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने एक बार फिर मेरे पिता पर भरोसा जताया और उन्हें यह जीत दिलाई। मुझे उम्मीद है कि पिताजी जनता के विश्वास पर खरे उतरेंगे और पहले जो विकास किया है, उसे जारी रखेंगे।"
मुख्यमंत्री के बड़े भाई सतीश कुमार ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "बहुत कुछ किया गया है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। उनके दिमाग में सब कुछ योजनाबद्ध है, स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित हैं। वे बिहार के लिए और भी बहुत कुछ करेंगे। जब एक और कार्यकाल पूरा होगा, तो आप बिहार को चमकते हुए देखेंगे।"
इससे पहले, बिहार चुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने जनता को भरोसा दिलाया कि सबके सहयोग से बिहार और आगे बढ़ेगा और बिहार देश के सबसे विकसित राज्यों में शामिल होगा।
गौरतलब है कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में एनडीए ने चुनाव के दौरान 202 सीटों पर जीत हासिल की। एनडीए के घटक दलों में शामिल भाजपा को सबसे अधिक 89 सीटें मिलीं, जबकि 85 सीटें जीतकर जदयू राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। इसके अलावा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 19, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को पांच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को चार सीटों पर विजय प्राप्त हुई।