क्या बिक्रम मजीठिया की हिरासत में ‘आप’ का आरोप सही है कि उन्होंने पंजाब में नशे को बढ़ावा दिया?

सारांश
Key Takeaways
- बिक्रम मजीठिया की हिरासत से नशे के कारोबार पर असर पड़ सकता है।
- आम आदमी पार्टी ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
- पंजाब में नशे की समस्या सामाजिक मुद्दा है।
अमृतसर, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख नेता बिक्रम मजीठिया को विजिलेंस टीम द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने बिक्रम मजीठिया पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पंजाब में नशे को बढ़ावा दिया है और कहा कि अब जब उनके आवास पर छापेमारी हुई है, तो वे हिल गए हैं।
आम आदमी पार्टी के नेता दीपक बाली ने बुधवार को यह कहा, "आज की छापेमारी बिक्रम मजीठिया के घर पर आम आदमी पार्टी द्वारा दिखाई गई हिम्मत का परिणाम है। उन्होंने ही पंजाब में नशे की आग को भड़काया था। अब जब छापेमारी हुई है, तो वे घबरा गए हैं, लेकिन जब नशे के कारण लाखों परिवार बर्बाद हो गए, तब उन्हें कोई चिंता नहीं हुई। केवल आम आदमी पार्टी में ही लोगों के साथ खड़े होने की हिम्मत है।"
उन्होंने आगे कहा, "आने वाले दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा कि चाहे नशे का सौदागर छोटा हो या बड़ा, वह पंजाब की धरती पर नशे का कारोबार नहीं कर पाएगा। वह या तो पंजाब के बाहर जाएगा या फिर पंजाब पुलिस और सरकार से नहीं बच पाएगा।"
पंजाब सरकार ने बुधवार सुबह शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया पर बड़ी कार्रवाई की। विजिलेंस टीम ने उनके अमृतसर स्थित आवास पर छापेमारी की, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
बिक्रम मजीठिया ने एक बयान में कहा था, "मेरे घर पर छापेमारी भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल के अहंकार को दर्शाती है। आज सुबह विजिलेंस ने जबरदस्ती मेरे घर में प्रवेश किया। प्रेस को अंदर आने नहीं दिया गया और वकीलों के साथ भी धक्का-मुक्की की गई। आम आदमी पार्टी की सरकार कानून का उल्लंघन कर रही है। भगवंत मान की धमकियां मुझे चुप नहीं करा सकतीं। मैं हमेशा पंजाब और पंजाबियों की आवाज उठाता रहूंगा।"