क्या भाजपा झूठ और फरेब की राजनीति करती है? : शक्ति सिंह गोहिल

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा पर झूठ और फरेब की राजनीति का आरोप।
- राहुल गांधी उस समय मंच पर मौजूद नहीं थे।
- उत्तराखंड में आई आपदा से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना।
- कांग्रेस का आंतरिक लोकतंत्र बनाए रखने का प्रयास।
- राजनीतिक विमर्श में नए मोड़ की संभावना।
उधम सिंह नगर, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अभद्र भाषा पर भाजपा के हमलों का सख्त जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उस समय मंच पर उपस्थित नहीं थे। गोहिल ने कहा कि भाजपा हमेशा झूठ और फरेब की राजनीति कर रही है।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे 'बड़का झूठी पार्टी' कहा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि न तो राहुल गांधी ने ऐसा कुछ कहा और न ही वे उस समय मंच पर थे, जिस समय भाजपा के लोग यह आरोप लगा रहे हैं।
गोहिल ने यह भी कहा कि जब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने सोनिया गांधी, इंदिरा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और राहुल गांधी के बारे में अपशब्द कहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग फिर से झूठ और फरेब की राजनीति में लगे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह पर भी उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने संसद में डॉक्टर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के प्रति सम्मान नहीं दिखाया। वे लोग जो अपनी मां का भी सम्मान नहीं करते, वे झूठ और फरेब की राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार ने हमेशा सभी का सम्मान किया है।
कांग्रेस नेता ने उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस आपदा ने कई परिवारों को प्रभावित किया है और पार्टी उनकी गहरी संवेदना व्यक्त करती है। प्रदेश सरकार को राहत और बचाव कार्य में तेजी लानी चाहिए, जो कि पूरी तरह से विफल रही है।
गोहिल ने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र को बनाए रखा गया है और 'संगठन सृजन अभियान' जमीनी कार्यकर्ताओं की जरूरतों को समझने के लिए एक बेहतरीन पहल है। राहुल गांधी इसमें पूरी रुचि दिखाते हैं।