क्या भाजपा पिछड़ों को मुख्यधारा में लाने का कार्य कर रही है? - संजय निषाद

सारांश
Key Takeaways
- संजय निषाद ने भाजपा की नीतियों का समर्थन किया।
- चुनाव आयोग की स्वतंत्रता को स्वीकार किया।
- कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया गया।
- पिछड़ों के अधिकारों की रक्षा की आवश्यकता को रेखांकित किया गया।
नई दिल्ली, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) द्वारा सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नामित किया गया है। यह पद जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से रिक्त था। उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद ने राधाकृष्णन को बधाई दी है।
संजय निषाद ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कहा कि मैं राधाकृष्णन को बधाई देता हूं। भारतीय जनता पार्टी हमेशा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दृष्टिकोण के अनुसार समाज के न्यूनतम स्तर के लोगों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास कर रही है, जिसके परिणामस्वरूप एनडीए का गठन हुआ है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों पर संजय निषाद ने कहा कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है जो निष्पक्षता से काम करती है और सत्ताधारी एवं विपक्षी दलों को समान अवसर देती है। विपक्ष के आरोप निराधार हैं और उनकी मंशा संदिग्ध है। चुनाव आयोग संविधान के अनुसार कार्य कर रहा है। विपक्ष ने चुनाव आयोग की शक्तियों का दुरुपयोग किया, लेकिन आज इसका सही उपयोग किया जा रहा है। मैं चुनाव आयोग से यही निवेदन करता हूं कि उन जातियों को अधिकार से वंचित न किया जाए, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन जातियों को मतदान का अवसर प्रदान किया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी के सभी आरोप निराधार हैं। आरोप-प्रत्यारोप के अलावा और कुछ नहीं बचा है। जनता ने राहुल गांधी को छुपा दिया था, अब वे ध्यान आकर्षित करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने पूरी प्रक्रिया को स्पष्ट रूप से समझाया है और चुनाव प्रक्रियाओं को रेखांकित किया है। हमारे विपक्षी मित्रों, विशेषकर कांग्रेस, को इससे कोई सरोकार नहीं है।