क्या कांग्रेस के नेता हताशा में अनर्गल बयान दे रहे हैं? : धर्मेंद्र लोधी

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस नेताओं की हताशा उनके बयानों में स्पष्ट है।
- भारत का लोकतंत्र विश्व में सबसे मजबूत है।
- हिंसा का कारण भ्रष्टाचार है।
- जनता ही निर्णयकर्ता है।
- शांति के साथ आंदोलन जरूरी हैं।
भोपाल, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व नेता और पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह द्वारा नेपाल को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पर्यटन और संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र लोधी ने कांग्रेस नेताओं के हताशा में होने का आरोप लगाया है।
लक्ष्मण सिंह ने नेपाल में हुई हिंसा पर एक विवादास्पद टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत के नेताओं को भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मंत्री लोधी ने इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं द्वारा इस प्रकार के बयान देने से उनकी हताशा स्पष्ट होती है। भारत का लोकतंत्र विश्व का सबसे मजबूत लोकतंत्र है; यहां से मजबूत लोकतंत्र कहीं नहीं है। भारत में इस प्रकार की गतिविधियां संभव नहीं हैं। भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यह लोकतांत्रिक तरीके से कार्य करता है।
उन्होंने आगे कहा कि यह सच्चाई है कि कांग्रेस को सत्ता नहीं मिल रही है, यही कारण है कि उसके नेता इस तरह के अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। यहां जनता ही जनार्दन है और वही निर्णय करेगी। जनता के निर्णय को सभी स्वीकार करते हैं। उन्होंने नेपाल में हुए आंदोलन और हिंसा के संदर्भ में कहा कि वहां जिस प्रकार से तोड़फोड़ की गई और अराजकता फैलाने की कोशिश की गई, इससे स्पष्ट होता है कि इसमें असामाजिक तत्व शामिल हैं। आंदोलन और विरोध प्रदर्शन होना चाहिए, लेकिन शांति के साथ।
गौरतलब है कि पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने नेपाल हिंसा पर एक बयान में कहा कि यह हिंसा भ्रष्टाचार के खिलाफ हुई है। भारत के नेताओं को भी इस पर ध्यान देना चाहिए; जो भ्रष्टाचार करते हैं, उन्हें संभलने की जरूरत है। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो भारत में भी नेपाल की तरह जनता सड़क पर उतर सकती है।
ज्ञात हो कि नेपाल में हाल के कुछ दिनों से आंदोलन का दौर जारी है, जिसने हिंसक रूप ले लिया है। संसद में आग लगा दी गई है, नेताओं के साथ मारपीट की जा रही है, और सेना को हालात को नियंत्रण में रखना पड़ा है।