क्या भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टूर्नामेंट को लेकर कोई राजनीति है? - डेबरा विधायक हुमायूं कबीर

सारांश
Key Takeaways
- क्रिकेट को राजनीति से अलग रखना चाहिए।
- हुमायूं कबीर का स्पष्ट बयान।
- भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाना।
- जनता की समस्याओं की अनदेखी।
- आने वाले चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन।
डेबरा, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टूर्नामेंट के संदर्भ में उठे विवादों के बीच पश्चिम बंगाल के डेबरा विधायक हुमायूं कबीर ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि क्रिकेट को राजनीति से जोड़ना सही नहीं है, क्योंकि यह केवल खेल का मैदान है और यहां सभी की भावनाएं भारत की जीत से जुड़ी होती हैं। कबीर ने कहा कि हम सभी भारतीय हैं, और हर भारतीय की चाहत है कि भारत जीते। इसमें कोई राजनीतिक संदर्भ नहीं है।
विधायक ने हाल ही में २२ अप्रैल की घटना और उसके बाद शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया। उनका कहना था कि भाजपा सरकार इस ऑपरेशन को भी सफल नहीं बना सकी और उसकी कमजोरी स्पष्ट रूप से दिखाई दी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने देश की सुरक्षा और जनभावनाओं को नजरअंदाज करते हुए केवल अपने राजनीतिक लाभ के लिए काम किया है।
हुमायूं कबीर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह सरकार केवल जुमलों की सरकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपने व्यक्तिगत और पार्टी हितों के लिए अच्छे मुद्दों का उपयोग किया लेकिन जनता की वास्तविक समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया। विधायक ने कहा कि भाजपा नेताओं ने अपने परिवारों और बच्चों को उच्च पदों और अवसरों तक पहुंचाया, जबकि आम जनता के बच्चों को न तो शिक्षा का अधिकार मिला और न ही रोजगार के अवसर।
उन्होंने शिक्षा और रोजगार की वर्तमान स्थिति को गंभीर बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं की पूरी पीढ़ी का भविष्य खराब कर दिया है। बेरोजगारी, महंगाई और असमानता की समस्याएं आम जनता को गंभीर समस्याओं में डाल चुकी हैं। कबीर ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार अब ज्यादा दिनों तक सत्ता में नहीं रह पाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले बिहार चुनाव इसका सबसे बड़ा उदाहरण बनेगा और कुछ ही महीनों में भाजपा सरकार को जनता हटा देगी।
हुमायूं कबीर ने चेतावनी दी कि यदि भाजपा खुद सत्ता से नहीं हटी, तो जनता उन्हें सत्ता से बेदखल कर देगी। उन्होंने कहा कि देश के लोग अब बदलाव चाहते हैं और भाजपा के खोखले वादों से ऊब चुके हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि विपक्षी ताकतें मिलकर भाजपा को हराएंगी और देश में एक नई, जनहितकारी सरकार का गठन होगा।