क्या देश की राजनीति का स्तर गिर चुका है? : पप्पू यादव

सारांश
Key Takeaways
- राजनीति का स्तर गिर चुका है।
- भाजपा नेताओं की अपमानजनक टिप्पणियाँ।
- राहुल गांधी की यात्रा का प्रभाव।
- बिहार चुनाव में एनडीए की हार।
- बिहार के लोग अपमान को नहीं भूलेंगे।
पटना, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्णिया से लोकसभा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बुधवार को कहा कि वर्तमान में देश की राजनीति सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुकी है। यह ध्यान रखना आवश्यक है कि इस देश में हमेशा से विचारों और सिद्धांतों के आधार पर राजनीति होती रही है। लेकिन, वर्तमान स्थिति इसके विपरीत प्रतीत हो रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता राजनीतिक नैतिकता और भाषाई मर्यादा को भूल चुके हैं। आप सभी को याद होगा कि भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी की जाति को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी। इसी तरह, निशिकांत दुबे ने भी राहुल गांधी के संबंध में अपमानजनक बातें की थीं। लेकिन, राहुल गांधी ने आज तक इन बातों को मुद्दा नहीं बनाया। ऐसे ही इन लोगों ने बिहार
उन्होंने बिहार चुनावों के संदर्भ में दावा किया कि एनडीए अपनी हार को स्वीकार कर चुकी है। उन्हें यह अहसास हो गया है कि बिहार की जनता उन्हें खारिज करने जा रही है। इन लोगों ने हमेशा से बिहार की जनता के हितों पर कुठाराघात किया है। मुझे लगता है कि अब इन लोगों को उम्मीद छोड़ देनी चाहिए कि सूबे में उनकी सरकार आएगी।
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' के संदर्भ में कहा कि इसकी सफलता से एनडीए में खौफ का माहौल है। यह बात नकारा नहीं जा सकता कि इस यात्रा के बाद लोगों का विश्वास राहुल गांधी में बढ़ा है। उनके पक्ष में राजनीतिक माहौल लगातार सकारात्मक होता जा रहा है और यह सब इस यात्रा के कारण संभव हो पाया है।
उन्होंने कहा कि ये लोग कह रहे हैं कि बिहार के दरभंगा में प्रधानमंत्री के संबंध में अपमानजनक टिप्पणी का बदला बिहार की जनता आगामी चुनाव में लेगी। अब इन लोगों ने इस मुद्दे को बिहार से जोड़ दिया है। मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जो अमर्यादित टिप्पणी की गई थी, वह राहुल गांधी के मंच से नहीं, बल्कि किसी अन्य ने यात्रा के दौरान मंच पर किया था।
सांसद ने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता के हत्यारों को माफ किया था। दूसरी तरफ, सोनिया गांधी के संबंध में जिस तरह की अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया, उसे भुलाया नहीं जा सकता है।