क्या दिलीप जायसवाल ने अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेज पर कब्जा किया? : प्रशांत किशोर

सारांश
Key Takeaways
- दिलीप जायसवाल पर गंभीर आरोप
- किशनगंज का अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेज विवाद में है
- राजद, जदयू और भाजपा की भूमिका पर सवाल
- प्रशांत किशोर का क्रमबद्ध खुलासा
- राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप
पटना, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने रविवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर किशनगंज के एक अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेज पर कब्जा करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में राजद का भी हाथ है। प्रशांत किशोर के अनुसार, राजद, जदयू और भाजपा अपने स्वार्थ के लिए एक जैसी हैं।
पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, प्रशांत किशोर ने भाजपा अध्यक्ष पर राजेश साह नामक व्यक्ति की हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि किशनगंज में स्थापित मेडिकल कॉलेज विशेष रूप से सिख समुदाय के लिए बनाया गया था। दिलीप जायसवाल पहले इस कॉलेज में क्लर्क थे, लेकिन बाद में ट्रस्टी बन गए और कॉलेज पर कब्जा कर लिया।
उन्होंने कहा, "यह कॉलेज सिख समुदाय के लिए स्थापित किया गया था। इसके नियमों के अनुसार, कम से कम दो-तिहाई ट्रस्टी सिख समुदाय से होने चाहिए। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ट्रस्ट में दो-तिहाई ट्रस्टी सिख समुदाय से हैं? इसके अलावा, दिलीप जायसवाल, जो पहले क्लर्क थे, वे कॉलेज के ट्रस्टी और निदेशक कैसे बन गए? वे मैनेजिंग पार्टनर कैसे बने? उनके बेटे और बहू को इसमें कैसे शामिल किया गया? इन सवालों के जवाब मिलना चाहिए।"
प्रशांत किशोर ने कहा कि वे इस पूरे मामले को क्रमबद्ध तरीके से उजागर करेंगे। उनका यह भी दावा है कि जिन लोगों ने दिलीप जायसवाल के इस गैरकानूनी धंधे के खिलाफ आवाज उठाई या उनकी मदद की, उनके रिश्तेदारों को उस मेडिकल कॉलेज से डिग्री दिलाई गई। उन्होंने राजद पर भी निशाना साधा और पूछा कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी उन्हें अपना मुंहबोला भाई कैसे मानती हैं? उन्होंने यह भी कहा कि राबड़ी देवी के भाई ने अपने बच्चों के लिए उस कॉलेज से डॉक्टर की डिग्री हासिल की है। हम इस मामले को एक हफ्ते बाद फिर उठाएंगे।
प्रशांत किशोर ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग चाल, चेहरा और चरित्र की बात करते हैं, उन्हें इसका जवाब देना चाहिए। जिस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर गबन का आरोप हो, वह दूसरों पर क्या कार्रवाई कर सकती है?