क्या गढ़चिरौली में नक्सलवाद खत्म होने के कगार पर है?: एकनाथ शिंदे

सारांश
Key Takeaways
- गढ़चिरौली में नक्सलवाद समाप्त होने के कगार पर है।
- 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का सरकारी लक्ष्य।
- विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
- किसी भी कार्रवाई के लिए पर्याप्त सबूत होना आवश्यक है।
- प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की प्रतिबद्धता।
मुंबई, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नक्सलवाद पर अपनी बात रखते हुए कहा कि गढ़चिरौली में नक्सलवाद और स्लीपर सेल लगभग समाप्त होने की स्थिति में हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया के समक्ष कहा कि गढ़चिरौली में नक्सलवाद और स्लीपर सेल अब लगभग समाप्त हो चुके हैं। वहां विकास कार्य प्रगति पर हैं, और हम रोजगार एवं मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक देश से नक्सलवाद पूरी तरह मिट जाए।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने भी वादा किया है कि 2026 तक नक्सलवाद समाप्त कर दिया जाएगा, और हम इसी दिशा में प्रयासरत हैं। इसीलिए गढ़चिरौली में विकास कार्य किए जा रहे हैं, जहां नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण हो रहा है। अब वहां बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं और लोगों को रोजगार मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि अर्बन नक्सलवाद के संदर्भ में कोई भी कार्रवाई तब की जाएगी जब अदालत में पर्याप्त सबूत प्रस्तुत किए जाएंगे। बिना प्रमाण किसी पर भी कार्रवाई नहीं की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश से आतंकवाद खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। इसी तरह, गृह मंत्री अमित शाह नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। जो भी नक्सलवाद या देश विरोधी गतिविधियों को समर्थन देगा, उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पंढरपुर वारी और वारकरी संप्रदाय में असामाजिक तत्वों के शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पंढरपुर की वारकरी परंपरा एक पवित्र धार्मिक यात्रा है जो हर वर्ष श्रद्धा के साथ होती है। लाखों लोग इस दौरान यात्रा करते हैं। यदि इसमें किसी अन्य सामाजिक तत्व के कारण कोई विवाद उत्पन्न हुआ है, तो सरकार इस पर गंभीरता से जांच कराएगी।