क्या जीएसटी सुधार से स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव आएगा? केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने क्या कहा?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी सुधार से स्वास्थ्य सेवाएं सस्ती होंगी।
- आवश्यक दवाओं और उपकरणों पर जीएसटी में कमी आएगी।
- जीएसटी में केवल दो स्लैब रहेंगे: 5% और 18%।
- जीएसटी मुक्त स्वास्थ्य और जीवन बीमा सेवाएं उपलब्ध होंगी।
- आर्थिक विकास में तेजी आएगी।
नई दिल्ली, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने ऐतिहासिक जीएसटी सुधार को लेकर सरकार के निर्णय की सराहना की है। उन्होंने इसे 'स्वस्थ भारत' के लिए असली 'नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी' बताया। जेपी नड्डा ने कहा कि जीएसटी सुधार सभी के लिए किफायती स्वास्थ्य सेवा की तरफ एक महत्वपूर्ण कदम है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में ऐतिहासिक जीएसटी सुधार सभी के लिए किफायती स्वास्थ्य सेवा की दिशा में एक बड़ा कदम है। आवश्यक दवाएं और उपकरणों पर 5 प्रतिशत से शून्य जीएसटी होगा। जीएसटी-मुक्त स्वास्थ्य और जीवन बीमा होगा। डायबिटिक फूड्स भी सस्ते होंगे।"
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने जीएसटी पर निर्णय के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'ग्रेट' कहा। उन्होंने लिखा, "जीएसटी की दरों में बदलाव से आर्थिक विकास, निवेश और डिमांड बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व गति आएगी। नरेंद्र मोदी इज ग्रेट।"
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने जीएसटी में आम जनता को राहत मिलने पर कहा कि यह अच्छा निर्णय है। इससे आम जनता को राहत मिलेगी। रोजमर्रा की चीजों के दाम घटेंगे। यह केंद्र सरकार की अच्छी घोषणा है।
जानकारी के अनुसार, अब मात्र दो जीएसटी स्लैब 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत होंगे। जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में बड़ा निर्णय लिया गया। इसके तहत, जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत या 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया है। खाद्य पदार्थ जैसे नमकीन, भुजिया, सॉस, पास्ता, इंस्टेंट नूडल्स, चॉकलेट, कॉफी, संरक्षित मांस, कॉर्नफ्लेक्स, मक्खन और घी, ये सभी 5 प्रतिशत जीएसटी के दायरे में हैं।
28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत जीएसटी में एयर कंडीशनिंग मशीनें, टीवी, डिशवॉशिंग मशीनें, छोटी कारें और मोटरसाइकिलें शामिल हैं। 33 जीवन रक्षक दवाओं पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटकर शून्य हो गया है।