क्या जीएसटी सुधारों के तहत वाहनों की कीमतों में 13 प्रतिशत तक की कमी आएगी?

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क्या जीएसटी सुधारों के तहत वाहनों की कीमतों में 13 प्रतिशत तक की कमी आएगी?

सारांश

क्या जीएसटी सुधारों के तहत वाहनों की कीमतों में 13 प्रतिशत तक कमी आएगी? जानें कैसे यह ऑटोमोबाइल बिक्री को प्रभावित कर सकता है।

Key Takeaways

  • जीएसटी सुधारों के तहत कीमतों में कमी से बिक्री में उछाल की संभावना।
  • मारुति और हुंडई की कारों की कीमतों में 3.5-13 प्रतिशत की कमी।
  • आर्थिक सुधारों से 7 प्रतिशत की दीर्घकालिक वृद्धि दर की उम्मीद।
  • छोटी कारों से लेकर बड़ी कारों तक सभी मॉडल की कीमतों में कमी।
  • वाहनों की पहुंच बढ़ाने की अपार संभावनाएं।

नई दिल्ली, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की प्रमुख कार विक्रेता कंपनियां मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर इंडिया ने कहा है कि त्योहारी मांग के चलते वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों के तहत वाहनों की कीमतों में 3.5-13 प्रतिशत की कमी आने से ऑटोमोबाइल बिक्री में फिर से उछाल आने की संभावना है।

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने अनुमान लगाया है कि कारों की कीमत कम होने के कारण वित्त वर्ष 27 तक यह क्षेत्र 7 प्रतिशत की दीर्घकालिक वृद्धि दर पर लौट आएगा।

राष्ट्रीय राजधानी में सियाम के एक कार्यक्रम में, मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (मार्केटिंग एंड सेल्स) पार्थो बनर्जी ने कहा कि 15 अगस्त को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी रेट्स को रेशनलाइज करने का संकेत दिया था, तब से इंक्वायरी में 15 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।

बनर्जी ने कहा कि जीएसटी रेट्स में कटौती के परिणामस्वरूप छोटी कारों से लेकर बड़ी कारों तक उनकी सभी कारों की कीमतों में 3.5 से 8.5 प्रतिशत की कमी आई है।

उन्होंने कहा, "भारत में कारों की पहुंच प्रति 1,000 लोगों पर 34 कारों की है, जबकि विकसित देशों में यह संख्या प्रति 1,000 लोगों पर 700-800 कारों की है। अगर यह पहुंच प्रति 1,000 लोगों पर 44 तक भी पहुंच जाती है तो विकास की अपार संभावनाएं हैं।"

इसके अलावा, 12 लाख रुपए तक की आय वाले व्यक्तियों के लिए आयकर में छूट और रेपो दर में कमी का लाभ लोगों तक पहुंचने से खर्च करने योग्य आय बढ़ सकती है और ईएमआई कम हो सकती है।

इस बीच, हुंडई मोटर इंडिया को उम्मीद है कि जीएसटी सुधारों के बाद उसके छोटे एसयूवी सेगमेंट में सबसे ज्यादा वृद्धि होगी।

हुंडई मोटर इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा कि छोटी कारों की कीमतों में 11-13 प्रतिशत और बड़े मॉडलों की कीमतों में 3-10 प्रतिशत की कमी होगी।

कंपनी ने घोषणा की है कि एक्सटर की कीमत 89,209 रुपए तक, वेन्यू की कीमत 1.23 लाख रुपए तक और क्रेटा की कीमत 72,145 रुपए तक कम की जाएगी। नई कीमतें 22 सितंबर से लागू होंगी।

नए स्ट्रक्चर के तहत क्षतिपूर्ति उपकर को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है, जिससे इंटरनल कंबशन कारों के लिए दो जीएसटी स्लैब स्थापित हो चुके हैं, जिसमें छोटे मॉडल के लिए जीएसटी रेट 18 प्रतिशत और बड़ी और लग्जरी गाड़ियों के लिए जीएसटी रेट को 40 प्रतिशत तय किया गया है।

Point of View

जीएसटी सुधारों का प्रभाव केवल ऑटोमोबाइल उद्योग तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह देश की समग्र अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करेगा। अगर वाहनों की कीमतें कम होती हैं, तो यह उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा दे सकता है।
NationPress
12/09/2025

Frequently Asked Questions

जीएसटी सुधारों से वाहन खरीदने पर क्या लाभ होगा?
जीएसटी सुधारों के तहत वाहनों की कीमतों में कमी आएगी, जिससे उपभोक्ताओं को खरीदने में आसानी होगी।
वाहनों की कीमतों में कितनी कमी आएगी?
छोटी कारों की कीमतों में 3.5 से 13 प्रतिशत तक की कमी आने की उम्मीद है।
ऑटोमोबाइल बिक्री में क्या बदलाव आएगा?
उम्मीद है कि जीएसटी सुधारों से ऑटोमोबाइल बिक्री में फिर से उछाल आएगा।
क्या यह सुधार दीर्घकालिक प्रभाव डालेगा?
हाँ, उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि यह सुधार 7 प्रतिशत की दीर्घकालिक वृद्धि दर पर लौटने में मदद करेगा।
नए जीएसटी स्लैब के तहत क्या बदलाव होंगे?
नए जीएसटी स्लैब में छोटी कारों के लिए 18 प्रतिशत और बड़ी गाड़ियों के लिए 40 प्रतिशत जीएसटी रेट तय किया गया है।