क्या जिहादी सोच जहन्नुम की हकदार है? भारत में कोई आतंकी नहीं बचेगा: दिनेश शर्मा
सारांश
Key Takeaways
- भारत में कोई आतंकवादी नहीं बचेगा।
- जिहादी सोच देश के लिए खतरा है।
- भाजपा की कार्यशैली लोकतांत्रिक है।
- जातिवाद पर भाजपा की नीति कर्म और क्रिया पर आधारित है।
- भारत वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है।
लखनऊ, १८ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने मंगलवार को लखनऊ स्थित केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित संसद खेल महोत्सव का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के बाद, सांसद ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय व्यक्त की। उन्होंने आतंकवाद, दिल्ली विस्फोट, आतंकी उमर के वीडियो, भाजपा की समन्वय बैठक, कार्यसंस्कृति और विपक्षी नेताओं के बयानों पर प्रतिक्रिया दी।
दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं न केवल देश की सुरक्षा को चुनौती देती हैं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों पर भी असर डालती हैं। उन्होंने कहा कि पीढ़ियां ऐसी घटनाएं याद रखती हैं। जो भी ऐसा करते हैं, भारत की सेना और हमारी सुरक्षा एजेंसियां उन्हें दंडित करने में सक्षम हैं। दूध का दूध और पानी का पानी हो रहा है। सभी आरोपी एक-एक कर पकड़े जा रहे हैं।
भाजपा सांसद ने दिल्ली विस्फोट से जुड़े आतंकी उमर के उस वीडियो की भी निंदा की, जिसमें उमर आत्मघाती हमले को सही ठहराने की कोशिश करता है। दिनेश शर्मा ने इसे देश विरोधी मानसिकता बताते हुए कहा कि जो लोग उपद्रव भड़काने का प्रयास करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि ऐसी सोच भारत में नहीं पनप सकती। यह आतंकवादियों का देश नहीं है। भारत में कोई भी आतंकवादी नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि जिहादी सोच आज दुनिया के लिए एक बुराई बन चुकी है और ऐसे लोग जहन्नुम के योग्य हैं। किसी भी धर्म में उन्माद फैलाने की अनुमति नहीं है और भारत में ऐसा व्यवहार स्वीकार्य नहीं है।
भाजपा की समन्वय बैठक पर सवाल किए जाने पर उन्होंने पार्टी की संस्थानिक शक्ति और लोकतांत्रिक कार्यशैली को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की कार्यशैली का हिस्सा है। हम चर्चा करते हैं और फिर निष्कर्ष निकालते हैं। इसलिए भाजपा अजेय है, सबसे ज्यादा विधायक, सबसे ज्यादा सांसद, सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री और सबसे अधिक राज्यों में सरकार। भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है और हमारे जैसे समर्पित कार्यकर्ता कहीं नहीं हैं।
जातिवाद पर विपक्षी दलों को घेरते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा जाति के आधार पर राजनीति नहीं करती। हमारी पार्टी चाहती है कि कर्म और क्रिया के आधार पर सभी को अधिकार मिले। इसी सोच के साथ भाजपा आगे बढ़ती है। उन्होंने अन्य दलों पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसे दल राष्ट्रहित नहीं साध सकते।
भारत की आर्थिक प्रगति पर उन्होंने कहा कि देश आज एक विकसित राष्ट्र बनने और वैश्विक नेतृत्व करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उत्पादन, नौकरियों और अर्थव्यवस्था में सुधार को उन्होंने नए भारत की पहचान बताया।
भाजपा सांसद ने रॉबर्ट वाड्रा के उस बयान पर भी टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को लोकतंत्र की रक्षा करने वाला बताया। शर्मा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि वे लोकतंत्र की नहीं, अपने परिवार और धन की रक्षा के लिए हैं। जो जमीनें खरीदी गईं, उनकी रक्षा के लिए ऐसे बयान दिए जाते हैं। इससे वे खुद ही हास्य के पात्र बन जाते हैं।