क्या केजरीवाल को भ्रष्टाचार के लिए कोई बड़ा अवॉर्ड मिलना चाहिए? : कुलजीत चहल

सारांश
Key Takeaways
- केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।
- कुलजीत चहल ने कहा कि उन्हें अवॉर्ड मिलना चाहिए।
- दिल्ली में जलभराव की समस्या को सुलझाने के प्रयास जारी हैं।
- आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाने के अलावा कोई ठोस कार्य नहीं किया।
- दिल्ली की राजनीति में यह मुद्दा गंभीर है।
नई दिल्ली, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के 'नोबेल पुरस्कार' संबंधी बयान ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने कहा है कि 'आप' प्रमुख को नोबेल पुरस्कार नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के लिए कोई बड़ा अवॉर्ड मिलना चाहिए।
चहल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार को भ्रष्टाचार में विशेष पहचान मिली है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस शासन के दौरान 2जी, 3जी और 4जी घोटाले हुए थे, जबकि केजरीवाल सरकार के समय में शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, सड़क, शराब, स्कूल की कक्षाओं और जल बोर्ड में भी घोटाले सामने आए हैं। यदि सबसे बड़े घोटालेबाज या सबसे भ्रष्ट व्यक्ति के लिए कोई पुरस्कार होता, तो निश्चित रूप से अरविंद केजरीवाल इसके हकदार होते। वह देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री माने जाते हैं।
दिल्ली में बारिश और एनडीएमसी क्षेत्रों में जलभराव की समस्या पर चहल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 'विकसित भारत की विकसित दिल्ली और विकसित एनडीएमसी' के लिए हम सब मिलकर प्रयास कर रहे हैं कि इस बार एनडीएमसी क्षेत्रों में जलभराव न हो। उन्होंने आश्वासन दिया कि एनडीएमसी क्षेत्राधिकार में कहीं भी जल जमाव नहीं होगा। बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश के दौरान एनडीएमसी क्षेत्र में जलजमाव की समस्या नहीं आई है। चहल ने कहा कि काम करने की इच्छाशक्ति होनी चाहिए और दिल्ली में जब आम आदमी पार्टी की सरकार थी, तब सड़कों पर पानी भरा रहता था। अब तक दिल्ली के अन्य इलाकों से भी जलभराव की कॉल नहीं आई है, जो एक अच्छी खबर है। उन्होंने बताया कि हर बरसात में मिंटो ब्रिज पर जलभराव की समस्या उत्पन्न होती थी, लेकिन इस बार यहाँ भी जलभराव नहीं हुआ और यातायात सुचारू रूप से चल रहा है।
आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल की पार्टी केवल आरोप लगाने में माहिर है। अपने कार्यकाल के दौरान 'आप' ने कुछ ठोस कार्य नहीं किए, जबकि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में सभी अधिकारी और कर्मचारी जलभराव की समस्या को सुलझाने में लगे हुए हैं। दिल्ली में व्यवस्था बनाई जा रही है ताकि बरसात के दिनों में जलभराव की समस्या न हो।