क्या केजरीवाल को झूठ बोलने के लिए पुरस्कार मिलना चाहिए? : दयाशंकर सिंह

सारांश
Key Takeaways
- अरविंद केजरीवाल के बयान पर सियासी हंगामा।
- यूपी के मंत्री दयाशंकर सिंह की प्रतिक्रिया।
- जनता का विश्वास ही सबसे बड़ा पुरस्कार है।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण अभियान।
बलिया, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नोबेल पुरस्कार से संबंधित बयान पर सियासी बवाल जारी है। इस पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें निश्चित रूप से नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए, लेकिन 'दुनिया में सबसे ज्यादा झूठ बोलने' के लिए। उनके अनुसार, केजरीवाल से ज्यादा झूठा इंसान इस धरती पर कोई नहीं है। केजरीवाल द्वारा बोले गए झूठ की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि शायद ही कोई अन्य राजनेता इतना झूठ बोला हो।
दयाशंकर सिंह ने केजरीवाल के पुराने बयानों का जिक्र करते हुए कहा, "उन्होंने राजनीति में आने से पहले कहा था कि वे राजनीति में शुचिता लाएंगे और राजनीति में नहीं आएंगे, लेकिन वे राजनीति में आए। उन्होंने कहा कि पार्टी नहीं बनाएंगे, मगर पार्टी बनाई। कोई पद नहीं लेंगे, लेकिन पद लिया। गाड़ी और सुरक्षा नहीं लेंगे, लेकिन दोनों का उपयोग किया। इतना ही नहीं, उन्होंने अपना घर महल जैसा बना लिया। अपने बच्चों की कसम तक खा लेने वाले इस व्यक्ति को झूठ बोलने का नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।"
वहीं, यूपी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी केजरीवाल के बयान पर तंज कसा। ओपी राजभर ने कहा, "जनता ने केजरीवाल को पहले ही नोबेल पुरस्कार के बराबर का पुरस्कार दे दिया है। अब उन्हें किसी और पुरस्कार की आवश्यकता नहीं है। जनता का विश्वास ही सबसे बड़ा पुरस्कार होता है, जो केजरीवाल को पहले ही मिल चुका है।"
मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने आगे कहा कि आज पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की ओर से 'एक पेड़ मां के नाम' लगाने का आह्वान किया गया था। हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद, सभी मंत्रियों को विभिन्न जिलों में विधायकों के साथ पौधरोपण अभियान में शामिल होने के लिए भेजा गया है। इस अभियान के तहत पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जा रहा है, ताकि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सके।