क्या लालच में धर्म परिवर्तन करवाने वाले देश को भी बेच सकते हैं? : मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना तौकीर रजा

सारांश
Key Takeaways
- लालच में धर्म परिवर्तन करने वाले व्यक्ति पर सवाल उठते हैं।
- धर्म परिवर्तन का होना सच्चे इरादों पर निर्भर करता है।
- सच्चे मुसलमानों का पालन करना आवश्यक है।
- किसी भी प्रलोभन का समर्थन नहीं करना चाहिए।
- मीडिया और सरकार का एकतरफा रवैया चिंता का विषय है।
बरेली, 24 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। छांगुर बाबा के खिलाफ कार्रवाई और उनके अवैध धर्मांतरण रैकेट के खुलासे पर मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि जो व्यक्ति लालच के लिए अपना धर्म छोड़ दे, वह कभी भी अपने परिवार का नहीं हो सकता है। ऐसे लोग तो देश को बेचने से भी गुरेज नहीं करते हैं।
गुरुवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि जहां तक छांगुर बाबा का सवाल है, मैं लंबे समय से कहता आ रहा हूं कि सबसे बड़ा और जरूरी काम मुसलमानों को सच्चे दिल से इस्लाम का पालन करवाना चाहिए। आज का मुसलमान सिर्फ मुसलमानों जैसा नाम रखता है, न तो उसका व्यवहार, न आचरण और न ही उसका रूप-रंग सच्चे मुसलमान की पहचान कराता है। मैंने प्यार के आधार पर, चाहे वह लड़की हो या लड़का, या लालच से, इस्लाम धर्म अपनाने पर सख्त पाबंदी लगाई है। यहां किसी भी तरह के प्रलोभन का सवाल ही नहीं उठता। यहां तक कि कोई इस्लाम को समझकर भी आता है तो मैं सबसे पहले कहता हूं कि जाके जिलाअधिकारी से इजाजत लेकर आए।
मौलाना ने धर्म परिवर्तन के प्रयासों और इसके पीछे कथित फंडिंग के आरोपों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस बात को मानने से इनकार किया है कि कोई संगठन या तंजीम इसके लिए फंडिंग कर रही है। उन्होंने दावा किया है कि कुछ लोग अपने निजी संसाधनों या अनुयायियों के जरिए धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन लालच देकर (जैसे नौकरी, पैसा या अन्य प्रलोभन) धर्म परिवर्तन करवाना गलत है। जो व्यक्ति लालच के कारण अपना धर्म छोड़ सकता है, वह अपने परिवार या देश के प्रति भी वफादार नहीं रह सकता।
उन्होंने धर्म परिवर्तन को इश्क या प्रलोभन से जोड़कर इसकी आलोचना की है, जैसे धर्मेंद्र और हेमा मालिनी का उदाहरण देकर कहा कि ऐसे मामले सच्चे धर्म परिवर्तन नहीं हैं। वह इसे शरीयत का दुरुपयोग मानते हैं और ऐसी गतिविधियों की सख्त निंदा करते हैं।
छांगुर बाबा वाले मामले में पीड़ितों के बयान पर तौकीर रजा ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि कई बयान ऐसे आते हैं जहां कहा जाता है कि मुस्लिम लड़कियों को बहकाकर उनका धर्म परिवर्तन कर हिंदू बनाओ। उनकी शादियां हिंदू लड़कों से कराई जाती हैं। उन्होंने कहा कि छांगुर बाबा जैसे मामलों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है और मुसलमानों को बदनाम करने के लिए हिंदू क्षेत्रों में नफरत फैलाने का प्रयास हो रहा है। साथ ही, उन्होंने यह सवाल उठाया कि ऐसे मामले सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही क्यों सामने आ रहे हैं, अन्य राज्यों में क्यों नहीं।
तौकीर रजा का दावा है कि मीडिया और सरकार एकतरफा कार्रवाई कर रही है। उनके मुताबिक, अगर कोई मुस्लिम व्यक्ति किसी गलत काम में शामिल होता है, तो उसे तुरंत अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों जैसे आईएसआई से जोड़ दिया जाता है, जो उनके अनुसार पक्षपातपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हिंदू लड़की से शादी करने वाला मुस्लिम युवक अपने मजहब की लड़की को नुकसान पहुंचाता है और ऐसी शादी या लड़की को मुस्लिम समाज में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
साथ ही उन्होंने विश्व हिंदू परिषद(विहिप) और आरएसएस संगठनों से अपील की है कि मुस्लिम लड़कियों से शादी करने वाले हिंदू लड़के भी अपने समाज का हक मारते हैं। आपको ऐसा लगता है कि इससे मुसलमान का नुकसान हो रहा है नहीं, यह हिंदुत्व का नुकसान हो रहा है। हिंदू समाज का नुकसान हो रहा है।
बरेली में हिंदू लड़की के धर्म परिवर्तन पर तौकीर रजा ने कहा कि ऐसे 1000 वाकये बरेली में गिनवा दूंगा। यदि कोई गलत कार्य करता है, जैसे किसी को बहकाना या इज्जत से खिलवाड़ करना, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।