क्या बिहार चुनाव में महागठबंधन को अपनी हार का अहसास हो गया है? - दानिश आजाद अंसारी
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन को जनता ने नकार दिया है।
- कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है।
- सरकार ने बुनियादी सुविधाएं प्रदान की हैं।
- विपक्ष जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है।
- बिहार में एनडीए की सरकार फिर से बनने की संभावना है।
बलिया, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश के मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि बिहार चुनाव में महागठबंधन को अपनी हार अभी से दिखाई दे रही है।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "महागठबंधन को जनता नकार रही है और वे हार रहे हैं, इसीलिए इनकी परेशानी बढ़ती जा रही है। बिहार की जनता ने कांग्रेस और विपक्षी दलों दोनों को पूरी तरह से नकार दिया है, इसीलिए ये लोग गलत बयान दे रहे हैं।"
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी पर निशाना साधते हुए मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के पास कोई मुद्दा ही नहीं रह गया है, इसीलिए राहुल गांधी परेशान होकर कुछ भी बयान दे दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सड़क, बिजली, पानी, आवास सहित वो सभी सुविधाएं जनता तक पहुंचा दी गई हैं जिनकी उन्हें जरूरत थी। इसीलिए अब ये लोग हमारे काम पर उंगली नहीं उठा पा रहे हैं।
दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि पहले चुनाव के मुद्दे कुछ और थे, अब महागठबंधन के लोग धीमे-धीमे इसे बदल रहे हैं। विपक्ष कुछ भी बोलकर जनता का ध्यान भटकाना चाहता है। इन लोगों को यह नहीं पता है कि बिहार की जनता अब सब जान चुकी है, इसीलिए इनके बहकावे में नहीं आने वाली है।
उन्होंने कहा कि सभी छोटी पार्टियों ने मिलकर राहुल गांधी को बेवकूफ बनाया है। यह बात अंदर ही अंदर राहुल गांधी को भी पता चल गई है, लेकिन अब वह कुछ नहीं कर सकते हैं। बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है।