क्या महाराष्ट्र में हार के पीछे सीट बंटवारे को दोष देना उचित है? : राशिद अल्वी

सारांश
Key Takeaways
- राशिद अल्वी का बयान उद्धव ठाकरे को स्पष्टता की ओर ले जाता है।
- सीटों का बंटवारा केवल हार का एक पहलू है।
- कांग्रेस और शिवसेना को एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ाई करनी चाहिए।
- महाराष्ट्र की जनता भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विकल्प की तलाश में है।
नई दिल्ली, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन की हार के लिए शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा निशाना साधा है।
राशिद अल्वी ने स्पष्ट किया कि यह एक गलतफहमी है कि हार का एकमात्र कारण सिर्फ सीटों का बंटवारा था। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे इस तथ्य को नहीं समझ पा रहे हैं कि उनकी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आंतरिक रूप से तोड़ दिया, जिसने उनकी हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
राजनीतिक स्थिति को लेकर राशिद अल्वी ने उद्धव ठाकरे से स्पष्टता की मांग की और कहा, "उद्धव ठाकरे को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे वास्तव में क्या चाहते हैं? कांग्रेस पार्टी भाजपा-आरएसएस गठबंधन के खिलाफ है और महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बनने से रोकना चाहती है।" अगर उद्धव ठाकरे, कांग्रेस के खिलाफ बयानबाजी करते हैं, तो उन्हें यह सोचना चाहिए कि वे किस दिशा में जा रहे हैं?
उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में विपक्षी एकता की कमी ने भाजपा को मजबूत किया, जिसका खामियाजा गठबंधन को भुगतना पड़ा।
अल्वी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आलोचना पर भी अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने कहा, "हमारी आरएसएस के साथ एक गंभीर वैचारिक लड़ाई है। केरल में हमारे वामपंथी दलों के साथ चुनावी प्रतिस्पर्धा रही है, लेकिन आरएसएस की विचारधारा देश के लिए विनाशकारी है। ऐसी विचारधारा समाज में विभाजन पैदा करती है, नफरत फैलाती है और एक खास समुदाय को निशाना बनाती है। जो लोग धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखते हैं, वे सभी स्वाभाविक रूप से आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य भाजपा-आरएसएस के प्रभाव को कम करना है। उद्धव ठाकरे को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें गठबंधन की भावना को समझना चाहिए और भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़नी चाहिए। महाराष्ट्र की जनता भाजपा की नीतियों से परेशान है और एक मजबूत विकल्प चाहती है।