क्या ‘महाठगबंधन’ में न नेता और न नीति? 14 नवंबर को होगा सूपड़ा साफ: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
सारांश
Key Takeaways
- महाठगबंधन में न नेता हैं, न नीति।
- 14 नवंबर को राहुल गांधी और लालू यादव की पार्टियों का सूपड़ा साफ
- एनडीए की वापसी की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
- किसान सम्मान निधि बढ़ाने का वादा।
- बिहार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की योजना।
शिवहर, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने महागठबंधन को ‘महाठगबंधन’ करार दिया है। बिहार के चंदौली में आयोजित रैली में उन्होंने कहा कि इस महाठगबंधन में न तो कोई नेता है और न ही कोई नीति। लोगों को यह भी नहीं पता कि कौन, किस सीट से चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि 14 नवंबर को राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव की पार्टियों का सूपड़ा साफ होगा।
अमित शाह ने यह भी दावा किया कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि एनडीए की सभी पांच पार्टियां पांडवों की तरह एकजुट होकर बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी का अपमान करते-करते राहुल गांधी ने छठ मइया का अपमान किया। जब-जब आपने प्रधानमंत्री मोदी का अपमान किया, जनता ने आपको हराकर इसका जवाब दिया है। इस बार मोदी जी के साथ छठ मइया का भी अपमान किया है। आने वाले चुनाव में सीतामढ़ी की जनता को इसे याद रखना है।"
बिहार में एनडीए के ‘संकल्प-पत्र’ में किए गए वादों को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि जिस दिन सीतामढ़ी में सीता माता के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी, उसी दिन हम सीतामढ़ी से लेकर अयोध्या तक वंदे भारत ट्रेन भी शुरू कर देंगे। जो अयोध्या आएगा, वो सीतामढ़ी भी आएगा और बिहार के टूरिज्म को बहुत लाभ होगा।
अमित शाह ने यह भी कहा कि किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना मिलने वाली राशि को 6,000 रुपए से बढ़ाकर 9,000 रुपए किया जाएगा। पटना, दरभंगा, पूर्णिया और भागलपुर के एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, "जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तब 10 साल के दौरान बिहार को सिर्फ 2 लाख 80 हजार करोड़ रुपए दिए गए, जबकि मोदी सरकार के 10 साल में बिहार को 18 लाख 70 हजार करोड़ रुपए मिले।"
रैली के दौरान उन्होंने कहा, "नीतीश बाबू और मोदी जी ने सभी जीविका दीदियों के खातों में 10,000 रुपए डाले। यह राजद वाले चुनाव आयोग के पास जाकर कह रहे हैं कि यह 10,000 रुपए वापस ले लो। मैं जीविका दीदियों से कहना चाहता हूं, चिंता मत करिए। उनके दादा जी भी आ जाएंगे, तब भी यह 10,000 रुपए कोई छीन नहीं पाएगा।"