क्या 26 अप्रैल के बाद ममता बनर्जी बंगाल की मुख्यमंत्री नहीं रहेंगी: संजय जायसवाल?
सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विदाई निश्चित मानी जा रही है।
- भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने उनके अनुशासनहीन व्यवहार की आलोचना की है।
- राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि यह समय परिवर्तन का है।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि जब किसी की सत्ता की समाप्ति निश्चित होती है, तो एक प्रशासक अनुशासन को भुला देता है। वर्तमान में ममता बनर्जी भी इसी दिशा में बढ़ रही हैं। उनकी विदाई अब बंगाल से निश्चित प्रतीत होती है।
नई दिल्ली में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने ममता बनर्जी के एसआईआर पर दिए गए बयान का जवाब देते हुए कहा कि उनकी भाषा इतनी अनुशासनहीन है कि इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। ऐसा सामान्यतः तब होता है जब नेताओं को यह पता होता है कि वे अपनी सत्ता खोने वाले हैं। ममता बनर्जी यह अच्छी तरह समझती हैं कि 26 अप्रैल के बाद वे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगी। मुझे तो इस बात पर भी संदेह है कि वे नेता प्रतिपक्ष भी बनेंगी या नहीं।
पीएम मोदी और यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर हुई बातचीत पर भाजपा सांसद ने कहा कि मैं उस बातचीत पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।
वहीं, ममता बनर्जी के बयान पर भाजपा नेता बिप्लब कुमार देब ने कहा कि दिल्ली भारत की राजधानी है। क्या ममता बनर्जी चाहती हैं कि भारत की राजधानी पाकिस्तान में हो? उन्हें तो यह भी नहीं पता कि वे क्या कह रही हैं। बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों को बाहर निकालने के लिए आंदोलन किया था। क्या वह यह सब भूल गई हैं? जब भी किसी नेता के जाने का समय होता है, वे यही सब करते हैं जो ममता बनर्जी कर रही हैं।
पीएम मोदी के एनडीए सांसदों को डिनर पर बुलाने पर कहा कि यह हमारा सौभाग्य है। हममें से कई सांसद ऐसे हैं जिन्होंने कभी प्रधानमंत्री के घर पर खाना नहीं खाया, लेकिन हमने चाय पी और प्रधानमंत्री के साथ खाना खाया। सभी ने इसका आनंद लिया।