क्या मुंबई का मेयर जनहित से चुना जाएगा? : सना मलिक

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क्या मुंबई का मेयर जनहित से चुना जाएगा? : सना मलिक

Key Takeaways

  • सना मलिक का बयान चुनावी प्रक्रिया में जनता की भूमिका को उजागर करता है।
  • भारतीय संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार प्रदान करता है।
  • धर्म, जाति या पहचान के बजाय जनता के हितों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
  • बीएमसी चुनावों के लिए एनसीपी ने उम्मीदवारों का मूल्यांकन किया है।
  • मुस्लिम महिलाएं किसी भी पद के लिए पूरी तरह सक्षम हैं।

मुंबई, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। एनसीपी विधायक सना मलिक ने एआईएमआईएम नेता वारिस पठान के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें उन्‍होंने 'हिजाब पहनने वाली महिला के महापौर बनने की संभावना' की बात कही। सना मलिक ने कहा कि भारतीय संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार प्रदान करता है, जिसमें चुनाव लड़ने और चुने जाने का अधिकार भी शामिल है। उन्‍होंने स्पष्ट किया कि मुंबई का मेयर कौन बनेगा, यह पूर्णतः जनता के हाथ में है।

उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि मुंबई का मेयर किसी भी धार्मिक पहचान या पहनावे के आधार पर नहीं बनेगा। चाहे मेयर हिजाब पहनने वाली महिला

सना मलिक ने कहा कि जानबूझकर इस तरह के विवाद उठाए जाते हैं, लेकिन वह यह बताना चाहती हैं कि यदि जनता किसी हिजाब पहनने वाली महिला को मेयर के रूप में चुनती है, तो वह पूरी ताकत और जिम्मेदारी के साथ अपनी भूमिका निभाएगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाएं बिल्कुल सक्षम हैं और उन्हें किसी भी पद के लिए कमतर नहीं आंका जाना चाहिए।

एनसीपी विधायक ने आगे कहा कि हर राजनीतिक दल और व्यक्ति अपनी विचारधारा के अनुरूप काम करता है, जबकि एनसीपी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा में विश्वास रखती है।

उन्होंने कहा कि अंततः जनता ही सर्वोपरि है और वही यह तय करती है कि किसे चुना जाए। धर्म, जाति, क्षेत्र या भाषा के आधार पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, बल्कि जनता के विकास और हितों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।

बीएमसी चुनावों के संदर्भ में सना मलिक ने बताया कि एनसीपी की ओर से गठित कमेटी पिछले डेढ़ महीने से संभावित उम्मीदवारों का मूल्यांकन कर रही है। इस दौरान चुनाव में भाग लेने के इच्छुक सभी उम्मीदवारों का सर्वेक्षण किया गया, उनकी पृष्ठभूमि की जांच की गई और जमीनी स्तर पर रिपोर्ट तैयार की गई। इन्हीं रिपोर्टों के आधार पर पार्टी टिकट वितरण का निर्णय ले रही है, ताकि मजबूत और योग्य उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जा सके।

सना मलिक ने जानकारी दी कि एनसीपी ने बीएमसी चुनावों के लिए अपनी पहली सूची जारी कर दी है और पार्टी मुंबई में अकेले चुनाव लड़ेगी। पहली सूची में 37 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है और उनके एबी फॉर्म भी जमा कर दिए गए हैं। सना मलिक ने बताया कि दूसरी और तीसरी सूची पर काम जारी है और दूसरी सूची लगभग तैयार है। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी चुनावों में एनसीपी पूरी मजबूती के साथ मैदान में उतरेगी और जनता का समर्थन प्राप्त करेगी।

Point of View

यह स्पष्ट है कि सना मलिक का बयान भारतीय राजनीति में धर्मनिरपेक्षता के महत्व को दर्शाता है। यह जनता की शक्ति को भी रेखांकित करता है, जो चुनावी प्रक्रिया में निर्णायक भूमिका निभाती है। हमे यथासंभव राजनीतिक विचारधाराओं से परे जाकर, जनता के हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
NationPress
29/12/2025

Frequently Asked Questions

सना मलिक ने क्या कहा है?
सना मलिक ने कहा है कि मुंबई का मेयर जनता द्वारा चुना जाएगा और यह किसी धार्मिक पहचान पर निर्भर नहीं करेगा।
बीएमसी चुनावों में एनसीपी की तैयारी कैसी है?
एनसीपी ने संभावित उम्मीदवारों का मूल्यांकन किया है और अपनी पहली सूची जारी कर दी है।
क्या सना मलिक ने मुस्लिम महिलाओं की क्षमता पर बात की?
हां, उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाएं सक्षम हैं और उन्हें किसी भी पद के लिए कमतर नहीं आंका जाना चाहिए।
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