क्या एनडीए के लोग विपक्षी नेताओं की जासूसी करवा रहे हैं? : मुकेश सहनी
                                सारांश
Key Takeaways
- मुकेश सहनी का एनडीए पर जासूसी का आरोप
 - राहुल गांधी का समावेशी दृष्टिकोण
 - बिहार की राजनीति में गरमी
 
पटना, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन के डिप्टी सीएम पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी ने एनडीए के 'कट्टा' वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
पटना में राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन की बैठक में क्या चर्चा हुई, यह एनडीए के नेताओं को कैसे पता चला? क्या वहां खुफिया कैमरे लगे थे? उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए के लोग विपक्षी नेताओं की जासूसी करवा रहे हैं, और इस तरह का बयान देना शोभा नहीं देता।
मुकेश सहनी ने राहुल गांधी के मछली पकड़ने पर एनडीए नेताओं के बयानों को भी चुनौती दी। उन्होंने कहा कि जब बिहार में डेढ़ करोड़ की आबादी वाला निषाद समुदाय है और उसके पारंपरिक व्यवसाय को नीची नजर से देखा जा रहा है, तो यह चौंकाने वाली बात नहीं है?
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा, निषाद समुदाय को इस नजरिए से देखती है कि मछली पकड़ना, जो उनका पुश्तैनी काम है, उसे गलत माना जा रहा है। मछली पकड़ने और अपनी आजीविका कमाने के लिए तालाबों में उतरने पर भी उनकी आलोचना की जा रही है।
सहनी ने कहा कि राहुल गांधी का दृष्टिकोण बिल्कुल अलग है। वह सभी जातियों, धर्मों और समाज के सभी वर्गों के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहते हैं। यह उनकी समावेशी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि एनडीए एक समाज के पुश्तैनी काम को इस तरह देख रहा है मानो वह अपराध हो।
गौरतलब है कि बेगूसराय में राहुल गांधी ने मुकेश सहनी के साथ तालाब में मछली पकड़ी थी, जिस पर बिहार की राजनीति गरमा गई।
एनडीए के नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी के पास कोई काम नहीं, इसीलिए वे मछली पकड़ने के लिए तालाब में कूदे।