क्या निशांत राजनीति में आएंगे? विनय चौधरी की चाहत

सारांश
Key Takeaways
- निशांत का राजनीति में आना आवश्यक है।
- जदयू के कई नेता इसका समर्थन कर रहे हैं।
- विधायक विनय चौधरी ने इस पर जोर दिया है।
- हर विधायक निशांत के लिए अपनी सीट छोड़ने को तैयार है।
- बिहार में मुख्यमंत्री के लिए कोई वैकेंसी नहीं है।
पटना, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजनीति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुत्र निशांत के आगमन को लेकर लंबे समय से कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि, नीतीश कुमार और स्वयं निशांत की ओर से इस विषय में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन, जदयू के कई नेता यह चाहते हैं कि निशांत राजनीति में कदम रखें और जदयू का नेतृत्व करें। इस संदर्भ में जदयू के विधायक विनय चौधरी ने मंगलवार को कहा कि निशांत का राजनीति में आना आवश्यक है।
विनय चौधरी ने कहा कि निशांत आज के बिहार की आवश्यकता हैं। इंजीनियर नीतीश कुमार की उपलब्धियों और उनके कार्यों के माध्यम से बिहार ने उनकी क्षमता को देखा है, अब बिहार निशांत को भी देखना चाहता है। जिस तरह से नीतीश कुमार ने बिहार को संवारने और आगे बढ़ाने का कार्य किया, उसी तरह निशांत भी इसे आगे ले जा सकते हैं।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने निशांत से इस विषय पर चर्चा की थी और उनसे आग्रह किया था कि वह राजनीति में कदम रखें और नेतृत्व करें।
इस विषय पर नीतीश कुमार से चर्चा करने के संदर्भ में उनका कहना था कि इसमें कोई बात नहीं है, केवल निशांत को राजनीति में आने के लिए तैयार करना है। वह किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, और इस बात से किसी को परेशानी नहीं होगी। निशांत के लिए हर विधायक अपनी सीट छोड़ने को तैयार है, और उनके लिए अपनी सीट छोड़ने पर मैं भी गर्व महसूस करूंगा।
राजद नेता तेजस्वी यादव के नीतीश कुमार पर बिहार नहीं चलने वाले बयान पर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके माता-पिता के समय में बिहार बहुत अच्छा चला था। उस समय की स्थितियों को बिहार की जनता ने देखा है। उन्हें इस संबंध में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए चुनाव लड़ेगा।