क्या नीतीश कुमार की लोकप्रियता से लालू प्रसाद यादव घबराए हैं? : मलूक नागर

सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार की लोकप्रियता बढ़ रही है।
- लालू यादव ने विवादास्पद बयान दिए हैं।
- राजनीतिक स्थिति में चुनौतियाँ बढ़ रही हैं।
- राजद को एनडीए से कड़ी चुनौती मिल सकती है।
- राहुल गांधी की गतिविधियाँ संदेह पैदा कर रही हैं।
नई दिल्ली, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। आरएलडी नेता मलूक नागर ने बिहार के पूर्व सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के 'पिंडदान' वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे नीतीश कुमार की बढ़ती लोकप्रियता से चिंतित हैं।
नागर ने तंज करते हुए कहा कि लालू को हमेशा नीतीश कुमार का ही ख्याल रहता है।
पीएम मोदी के बिहार दौरे को लेकर लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी बिहार में नीतीश कुमार की राजनीति और उनकी पार्टी का पिंडदान करने आ रहे हैं।”
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में आरएलडी नेता मलूक नागर ने लालू यादव के पिंडदान वाले बयान की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की बातें पूर्व मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देती। किसी की उम्र और मृत्यु का फैसला केवल परमात्मा करता है।
राजनीतिक दृष्टिकोण से, यह लालू की घबराहट को दर्शाता है, क्योंकि नीतीश कुमार की लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है।
नागर ने कहा कि लालू को हमेशा नीतीश याद आते हैं और पिछले चुनाव की हार का मलाल है, जब नीतीश के साथ न होने के कारण उनका बेटा सत्ता से दूर रह गया। उन्होंने लालू यादव के बयान को अव्यावहारिक और अनुचित करार देते हुए कहा कि इस बार राजद को चुनाव में कड़ी चुनौती मिलेगी क्योंकि एनडीए मजबूत स्थिति में है।
उन्होंने दावा किया कि बिहार में एनडीए चुनाव लड़ रही है; उनकी जीत निश्चित है।
राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह की पदयात्रा का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने राहुल गांधी पर संसद को जानबूझकर बाधित करने का आरोप लगाया, जिससे जनता की मेहनत की कमाई बर्बाद हो रही है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, जो लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, को अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करना चाहिए, न कि बिहार में तीन दिनों से पदयात्रा कर जनता का ध्यान भटकाना चाहिए।
इस तरह की गतिविधियों से दलित, कमजोर और पिछड़े वर्गों की मेहनत की कमाई का नुकसान हो रहा है, क्योंकि सदन में इनके मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही।
उन्होंने राहुल गांधी पर विवादास्पद बयान देने और अर्थव्यवस्था को मृत बताकर देश के खिलाफ बोलने का भी आरोप लगाया।