क्या ओडिशा के स्कूलों में भगवद गीता का पाठ पढ़ाना उचित है? : दिनेश शर्मा

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा के स्कूलों में भगवद गीता का पाठ बच्चों की नैतिकता के लिए महत्वपूर्ण है।
- दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए।
- विपक्ष को गुमराह करने से बचना चाहिए।
- प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन स्वास्थ्य जागरूकता का संदेश लेकर आया।
- राजद की टिप्पणियों का चुनाव में उत्तर मिलेगा।
लखनऊ, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर आरंभ हुए सेवा पखवाड़ा के तहत पूरे देश में 'नमो युवा रन' का आयोजन किया गया। रविवार को उत्तर प्रदेश में भी यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने इस आयोजन के संदर्भ में विपक्ष पर निशाना साधा।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि विपक्ष के कई नेताओं के जन्मदिन पर पार्टी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह जानकारी अक्सर लोगों के बीच में आती है, जबकि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर सभी को स्वस्थ रहने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से पार्टी विभिन्न आयोजनों का संचालन कर रही है।
दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर जातिवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग जनता को गुमराह करने के लिए जातिवाद और अपराधियों का समर्थन करते हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्यों को एच-1बी वीजा के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल करने की आवश्यकता है। अमेरिका ने केवल भारत पर सख्ती नहीं की है, यह सख्ती सभी देशों के लिए है। हर देश की अपनी नीति होती है। यह विपक्ष के लोग नहीं समझते। इसके लिए केंद्र सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।
ओडिशा के स्कूलों में भगवद गीता के पाठ के प्रस्ताव पर दिनेश शर्मा ने कहा कि इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए। यह बच्चों में नैतिकता का बोध कराना आवश्यक है। यह ओडिशा सरकार का एक सकारात्मक कदम है।
बिहार में राजद कार्यकर्ताओं की पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी के संदर्भ में शर्मा ने कहा कि जैसी करनी होती है, वैसी ही भरनी भी होती है। जनता सब जानती है, विधानसभा चुनाव में राजद को इसका उत्तर मिल जाएगा।
कर्नाटक के अलंद विधानसभा में 'वोट चोरी' के आरोप पर दिनेश शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी जहां से 'वोट चोरी' की बात कर रहे हैं, वहां से उनकी ही पार्टी का विधायक जीता है। जांच में खुद सच्चाई सबके सामने आ जाएगी। विपक्ष हमेशा से झूठ बोलती है।