क्या पवन खेड़ा के पास दो वोटर आईडी हैं? प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस पर वोटर फ्रॉड का आरोप लगाया

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- पवन खेड़ा के पास दो वोटर आईडी का मामला उठाया गया है।
- राहुल गांधी को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।
नई दिल्ली, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने मंगलवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए। भंडारी ने कहा कि राहुल गांधी देशभर में आम नागरिकों को 'नकली' और 'चोर' कह रहे हैं, जबकि असली चोरी कांग्रेस पार्टी के भीतर हो रही है।
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने यह भी दावा किया कि राहुल गांधी के करीबी और कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा के पास दो एपिक नंबर (मतदाता पहचान संख्या) हैं, जो स्पष्ट रूप से वोटर फ्रॉड का मामला बनता है। उन्होंने इसे जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 62(2) का उल्लंघन बताया, जिसमें एक व्यक्ति को एक से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में मतदान करने की अनुमति नहीं है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भंडारी ने कहा, "राहुल गांधी के नजदीकी लोग वोट चोरी और चुनावी धोखाधड़ी में लिप्त हैं। अब सवाल यह उठता है कि राहुल गांधी इस पर चुप क्यों हैं?"
भंडारी ने राहुल गांधी को सबसे बड़ा 'चोर' कहते हुए पूछा, "क्या कांग्रेस और राहुल गांधी वोटर फ्रॉड का रैकेट चला रहे हैं? क्योंकि जिसमें वे कांग्रेस के नेताओं को मल्टीपल वोटर आईडी और एपिक नंबर के बावजूद संरक्षण देते हैं।"
भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाया, "क्या अब राहुल गांधी यह स्वीकार करेंगे कि असली 'चोर' पवन खेड़ा हैं? क्या राहुल गांधी कहेंगे कि वोटर धांधली और वोटर फ्रॉड में संलिप्त हैं?" प्रदीप भंडारी ने कहा कि राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए।
भंडारी ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी अपने ही नेताओं के माध्यम से लोकतंत्र की जड़ें कमजोर कर रही है और जनता के साथ धोखा कर रही है। 1980 में सोनिया गांधी देश की नागरिक नहीं थीं, लेकिन वोटर लिस्ट में नाम था। सोनिया की वोटर धांधली पर राहुल गांधी अभी तक चुप हैं।