क्या पहले चरण में हुआ मतदान महागठबंधन के लिए फायदेमंद साबित होगा? : डिंपल यादव
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन की संभावना मजबूत हो रही है।
- युवाओं ने मतदान में उत्साह दिखाया।
- सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
- मतदाता लिस्टों में हेराफेरी का संदेह।
- बिहार की जनता परिवर्तन चाहती है।
मैनपुरी, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में हुए मतदान को महागठबंधन के पक्ष में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
उन्होंने कहा कि यह मतदान एक सकारात्मक संकेत है। पहले चरण में अत्यधिक मतदान हुआ है और युवाओं ने उत्साह से भाग लिया।
डिंपल यादव ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे सरकार पर मतदाता के अधिकारों को दबाने का आरोप लगाते हैं और प्रशासन में हेराफेरी कर रहे हैं। अब, भ्रष्टाचार और मतदाता सूचियों में हेराफेरी का एक नया स्तर देखने को मिला है। हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था खतरे में है।
कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी के हरियाणा में वोट काटने वाली सरकार वाले बयान पर डिंपल यादव ने कहा कि विपक्षी पार्टियों का यह कहना है कि सरकार अपने प्रशासन और वोट काटने के माध्यम से लोकतंत्र को नुकसान पहुँचा रही है। अब सरकार मतदाता लिस्टों में भ्रष्टाचार के माध्यम से लोकतंत्र को हानि पहुँचा रही है।
वंदे मातरम अभियान पर सपा नेता ने कहा कि चुनावों के समय इस प्रकार के नकारात्मक प्रचार अभियान चलाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम रोज होना चाहिए। यह रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मूल मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने का एक तरीका है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार का स्तर कभी भी इतना ऊँचा नहीं रहा है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार में पहले चरण के मतदान ने महागठबंधन को मजबूती प्रदान की है। परिणाम हमारे पक्ष में आएंगे।
उन्होंने एसआईआर पर कहा कि वोटर लिस्टों में वोटर्स के नाम गायब हैं। बूथ के अंदर और बाहर की वोटर लिस्ट में काफी अंतर है।
इससे पहले, समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने कहा कि बिहार की जनता परिवर्तन की आकांक्षा रखती है। उन्होंने कहा कि इस बार महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। यदि वोटों की गिनती निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाती है, तो कोई भी ताकत महागठबंधन की सरकार बनने से रोक नहीं सकती।